प्रार्थनाओं ने मुझे अपहर्ताओं के कष्ट से बचा लिया: फादर टॉम
![I am grateful to my countrymen for their prayers: Father Tom I am grateful to my countrymen for their prayers: Father Tom](https://images.prabhasakshi.com/2017/9/_650x_2017093016590831.jpg)
संघर्ष-ग्रस्त यमन में 18 महीने तक संदिग्ध रूप से आईएसआईएस द्वारा बंधक बना कर रखे गये फादर टॉम उजहन्नालिल ने कहा है कि लोगों की प्रार्थनाओं की ताकत ने अपहर्ताओं के हृदय को परिवर्तित कर दिया।
बेंगलूरू। संघर्ष-ग्रस्त यमन में 18 महीने तक संदिग्ध रूप से आईएसआईएस द्वारा बंधक बना कर रखे गये फादर टॉम उजहन्नालिल ने कहा है कि लोगों की प्रार्थनाओं की ताकत ने अपहर्ताओं के हृदय को परिवर्तित कर दिया और उन्होंने मुझे चोट नहीं पहुंचाया और साथ ही मुस्लिम के पवित्र महीने रमजान में खाना दिया। शुक्रवार रात अपने सम्मान में आयोजित एक स्वागत समारोह में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लोगों की प्रार्थना और उनके त्याग ने मेरे अपहर्ताओं का हृदय परिवर्तन कर दिया और उन्हें मुझे चोट पहुंचाने से रोका...मैं आश्वस्त हूं कि ईश्वर ने कुछ किया।’’
वेटिकन सिटी में आराम और स्वास्थ्य लाभ के बाद 59 वर्षीय कैथोलिक पादरी मंगलवार को दिल्ली वापस लौटे। उन्होंने 28 सितंबर को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। मोदी के साथ अपनी मुलाकात पर फादर टॉम ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के साथ बातचीत का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह रहा जब उन्होंने कहा कि अब आप आजाद हैं और आपको मजबूत होना चाहिए और लोगों की सेवा करनी चाहिए।''
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