कोविड-19 उपचार में HCQ के प्रयोग संबंधित सिफारिश की समीक्षा का ICMR कर रहा है विचार

ICMR

ईसीएमआर में एपिडेमिलॉजी एवं कम्युनिकेबल डिसीजेज के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेडकर ने बुधवार को कहा, ‘‘हम जो साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं, उन सभी की समीक्षा के बाद इस संबंध में कोई निर्णय किया जाएगा।’’ इस बीच, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) एक पड़ताल अध्ययन करवा रही है जिसमें पांच अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।

नयी दिल्ली। भारत की शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था आईसीएमआर कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के उपचार में हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) के प्रयोग की अपनी सिफारिशों की समीक्षा करने पर विचार कर रहा है। ऐसा दवा की प्रभावी क्षमता को लेकर उठ रहे संदेहों के बाद किया जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार चिकित्सा योजना से एचसीक्यू को एक एहतियाती दवा के रूप में निकालने की योजना बना रही है, आईसीएमआर में एपिडेमिलॉजी एवं कम्युनिकेबल डिसीजेज के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेडकर ने बुधवार को कहा, ‘‘हम जो साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं, उन सभी की समीक्षा के बाद इस संबंध में कोई निर्णय किया जाएगा।’’ इस बीच, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) एक पड़ताल अध्ययन करवा रही है जिसमें पांच अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।

इसे भी पढ़ें: कोरोना के 6.39 प्रतिशत मामलों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत: स्वास्थ्य मंत्रालय

इस अध्ययन में स्वास्थ्य कर्मियों के बीच कोविड-19 के तहत मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन का प्रयोग एहतियाती दवा के रूप में किये जाने पर उसकी प्रभावी क्षमता को देखा जाएगा। आईसीएमआर के एक अधिकारी के अनुसार कोविड-19 मामलों से निबटने में इस दवा के वांछित प्रभाव के बारे में सीमित साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि आम जनता द्वारा इसके इस्तेमाल की सिफारिश करने के लिए अभी पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं। आईसीएमआर ने इस दवा की सिफारिश कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की देखभाल कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों और संक्रमित व्यक्तियों के परिजनों के लिए एक एहतियाती दवा के रूप में की है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़