उत्तर पश्चिम भारत में इस साल सबसे बेहतर मानसून रहने के आसार

IMD forecasts normal monsoon for all of India
[email protected] । May 30 2018 1:04PM

दक्षिण पश्चिमी मानसून की सक्रियता के आधार पर आज जारी बारिश के दूसरे चरण के दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान के मुताबिक इस साल जुलाई से अगस्त के दौरान पूरे देश में बारिश का स्तर सामान्य अनुमानित स्तर का 97 प्रतिशत तक रहेगा।

मौसम विभाग ने इस साल उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत के इलाकों में मानसून की लगभग शत प्रतिशत सक्रियता की संभावना जतायी है। मौसम विभाग द्वारा दक्षिण पश्चिमी मानसून की सक्रियता के आधार पर आज जारी बारिश के दूसरे चरण के दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान के मुताबिक इस साल जुलाई से अगस्त के दौरान पूरे देश में बारिश का स्तर सामान्य अनुमानित स्तर का 97 प्रतिशत तक रहेगा। इस दौरान उत्तर पश्चिमी राज्यों में बारिश का स्तर 100 प्रतिशत और मध्य भारत में 99 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने गत 16 अप्रैल को मानसून के पहले चरण में जून से सितंबर के लिये बारिश का दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान जारी किया था। इस चरण में बारिश की मात्रा औसत अनुमान से 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना जतायी गयी थी। दूसरे चरण में जुलाई से अगस्त की अवधि के लिये आज जारी दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान के तहत मौसम के लिहाज से देश के चार भौगोलिक क्षेत्रों में उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत क्षेत्र में औसत बारिश का अनुमानित स्तर लगभग शतप्रतिशत रहने के अलावा दक्षिणी प्रायदीप क्षेत्र में इसका स्तर 95 प्रतिशत और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 93 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।

विभाग ने मासिक आधार पर जुलाई महीने में देश में औसत बारिश का स्तर सामान्य अनुमान का 101 प्रतिशत और अगस्त में 94 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है। विभाग के मानकों के मुताबिक देश में बारिश का सामान्य औसत स्तर 89 सेमी है। यह स्तर वर्ष 1951 से 2000 के बीच हुई बारिश की औसत मात्रा के मुताबिक नियत किया गया है।

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