सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग के लिये अल्पसंख्यक छात्रों की मदद राशि में वृद्धि: नकवी
![Increase in the help of minority students for coaching the Civil Services Examination: Naqvi Increase in the help of minority students for coaching the Civil Services Examination: Naqvi](https://images.prabhasakshi.com/2018/4/_650x_2018042912152896.jpg)
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया, ‘‘अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा में कोचिंग के लिये मदद की बढ़ी हुई राशि इस वर्ष मार्च-अप्रैल से ही लागू हो रही है।’’
नयी दिल्ली। भारतीय लोक सेवा परीक्षा में पिछले दो वर्षो में अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों की सफलता को देखते हुए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने इन समुदायों के छात्रों की कोचिंग की अनुदान राशि को प्रति छात्र बढ़ाकर एक लाख रुपया या वास्तविक खर्च कर दिया है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया, ‘‘अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा में कोचिंग के लिये मदद की बढ़ी हुई राशि इस वर्ष मार्च-अप्रैल से ही लागू हो रही है।’’ उन्होंने कहा कि यह भी निर्णय किया गया है कि दूर-दराज के क्षेत्रों से कोचिंग के लिये आने वाली अल्पसंख्यक वर्ग की लड़कियों के लिये आवासीय सुविधा प्रदान की जायेगी । इस योजना के तहत मदद प्राप्त करने के लिये परिवार की आय की सीमा में भी वृद्धि की गई है। इसे बढ़ाकर छह लाख रूपये कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ‘नई उड़ान’ और ‘नया सवेरा’ योजना के माध्यम से अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को सिविल सेवा, मेडिकल, इंजीनियरिंग, बैंकिंग सेवा जैसी प्रतियोगिता परीक्षा के लिये कोचिंग में मदद करता है। पहले अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को कोचिंग के लिये 25-50 हजार रुपये दिये जाते थे। अब इसे बढ़ाकर एक लाख रूपये प्रति छात्र या वास्तविक खर्च कर दिया गया है। नकवी ने कहा कि पिछले वर्ष सिविल सेवा परीक्षा में अल्पसंख्यक समुदाय के करीब 110 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए जिसमें करीब 50 मुस्लिम छात्र थे। इस साल सिविल सेवा परीक्षा में अल्पसंख्यक समुदाय से 122 छात्र उत्तीण हुए हैं जिसमें 50 से अधिक मुस्लिम छात्र हैं ।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सच्चर समिति की रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रशासनिक सेवाओं में मुसलमानों समेत अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व कम हो रहा है। पिछले तीन वर्षो में मंत्रालय ने इस दिशा में प्रतिबद्धता से प्रयास किये। ‘नई रोशनी, नई उड़ान, नया सवेरा’ योजनाओं के लागू होने से फर्क सामने आ रहा है। नकवी ने कहा कि इन योजनाओं के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र और जम्मू कश्मीर पर खास जोर दिया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के युवाओं की सफलता वहां के युवकों को मुख्यधारा से जोड़ने में मददगार होगी।
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