मानव तस्करी की समस्या से उच्च प्राथमिकता से निपटने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध : एसजी मेहता
भारत के सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने शुक्रवार को कहा “मानव तस्करी की समस्या का समाधान करने की प्रतिबद्धता भारत सरकार के लिए एक उच्च प्राथमिकता वाली वस्तु है, जो विभिन्न कानूनों और नीति दस्तावेजों में परिलक्षित होती है।” उन्होंने कहा कि लगभग 161 देश मानव तस्करी की समस्या से प्रभावित हैं।
नयी दिल्ली| भारत के सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने शुक्रवार को कहा कि देश मानव तस्करी की समस्या से “उच्च प्राथमिकता” के आधार पर निपटने के लिए प्रतिबद्ध है और अन्य देशों को भी“अभिशाप” को खत्म करने के लिए काम करना चाहिए।
विधि अधिकारी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के महा अभियोजकों की 19वीं बैठक को डिजिटल तौर पर संबोधित कर रहे थे, जहां मानव तस्करी के खतरे पर चर्चा की गई थी और इसमें सात देशों के मुख्य विधि अधिकारियों ने भाग लिया था।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, मेहता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत सरकार व्यक्तियों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की तस्करी की समस्या से चिंतित है, और यह मानती है कि इसे रोकने, तस्करों को दंडित करने और पीड़ितों की सहायता करने और उनकी रक्षा करने समेत उनके मानवाधिकार की रक्षा करने के लिए उपाय किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, “मानव तस्करी की समस्या का समाधान करने की प्रतिबद्धता भारत सरकार के लिए एक उच्च प्राथमिकता वाली वस्तु है, जो विभिन्न कानूनों और नीति दस्तावेजों में परिलक्षित होती है।” उन्होंने कहा कि लगभग 161 देश मानव तस्करी की समस्या से प्रभावित हैं।
सॉलीसीटर जनरल ने जोर देकर कहा, “मानव तस्करी मानव क्षमता के विकास के लिए एक गंभीर चुनौती है और लाखों लोगों को गरीबी और पीड़ा की ओर धकेलती है। हम सभी को अपने देशों से इस अभिशाप को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि अपराध को प्रभावी ढंग से खत्म करने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग करने की आवश्यकता है, यह मानते हुए कि व्यक्तियों की तस्करी एक राष्ट्रीय और साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय अपराध है, जहां अपराधी सीमाओं के पार काम करते हैं।
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