चीन और पाकिस्तान को दिया जाएगा जवाब! अरब सागर में ताकत बढ़ा रही Indian Navy, अब कर रही है Britain Royal Navy के संग अभ्यास

भारतीय नौसेना की इकाइयों और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के ‘कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ ने उत्तरी अरब सागर में ‘पैसेज’ अभ्यास (पासेक्स) में हिस्सा लिया जो समुद्री सुरक्षा और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पाकिस्तान को काउंटर करने के लिए अरब सागर में भारतीय नौ सेना अपने आप को काफी मजबूत करने पर कार्य कर रही है। सेना ने प्रेक्टिक करने के लिए इस बार ब्रिटेन की रॉयल नेवी के साथ अरब सागर में अभ्यास किया है। यह अभ्यास अरब सागर में भारत को किसी भी खतरे से निपटने के परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है। सन 1971 में पाकिस्तान ने समुद्र के रास्ते भारत पर प्रहार करने की ठानी थी लेकिन भारत ने उन्हें असफल कर दिया था। पहलगाम हमले ौर ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच हालात काफी खराब हो गये थे। उस समय फिलहाल युद्ध टल गया था लेकिन भविष्य में भारत को चारों और से सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में भारत ने निर्धारित अभ्यास को अरब सागर में जारी रखा।
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भारतीय नौसेना की इकाइयों और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के ‘कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ ने उत्तरी अरब सागर में ‘पैसेज’ अभ्यास (पासेक्स) में हिस्सा लिया जो समुद्री सुरक्षा और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह अभ्यास नौ और 10 जून को आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के स्टेल्थ फ्रिगेट ‘आईएनएस तबर’, पनडुब्बी और पी8आई विमान ने भाग लिया।
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प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह अभ्यास ‘यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ के साथ आयोजित किया गया, जिसमें ‘एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स’ और ‘एचएमएस रिचमंड’ पोत शामिल थे।’’ बहुआयामी नौसैन्य अभ्यास में एकीकृत हेलीकॉप्टरों का नियंत्रण, सामरिक युद्ध कौशल, समन्वित पनडुब्बी विध्वंसक अभियान और अधिकारियों के बीच पेशेवर आदान-प्रदान शामिल था। प्रवक्ता ने कहा कि यह संयुक्त अभ्यास भारतीय नौसेना और ब्रिटेन की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग तथा समुद्री सुरक्षा और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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