भारत के पहले मानव युक्त समुद्री अभियान समुद्रयान शुरू, इस सूची में शामिल हुआ देश

भारत के पहले मानव युक्त समुद्री अभियान
प्रतिरूप फोटो

भारत के पहले मानव युक्त समुद्री अभियान समुद्रयान शुरू हो गया है।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बहुत प्रगति की है और एक ओर भारतीय गगनयान के तहत अंतरिक्ष तक जाएंगे,वहीं दूसरी ओर समुद्र की गहराइयों में अन्वेषण करेंगे।

चेन्नई। भारत के पहले मानवयुक्त मिशन ‘समुद्रयान’ की शुरुआत शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने की। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है कि जिनके पास समुद्र के भीतर गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ऐसे वाहन हैं। मंत्री ने कहा कि देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बहुत प्रगति की है और एक ओर भारतीय गगनयान के तहत अंतरिक्ष तक जाएंगे,वहीं दूसरी ओर समुद्र की गहराइयों में अन्वेषण करेंगे। . मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘चेन्नई में भारत के पहले मानवयुक्त महासागर मिशन ‘समुद्रयान’ की शुरुआत की। इसके साथ ही भारत अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस और चीन जैसे चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है जिनके पास समुद्र के भीतर भेजने के लिए ऐसे वाहन है।

इसे भी पढ़ें: पंजाब के पूर्व विधायक रविंदर सिंह संधू की डेंगू से मौत, 67 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

पेयजल, स्वच्छ ऊर्जा और समुद्र आधारित अर्थव्यस्था के लिए समुद्री संसाधनों की संभावना के नए अध्याय की शुरुआत हुई है।’’ आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक समुद्रयान पहल के तहत मत्स्य-6000 टाइटेनियम के मिश्रधातु से बना है और इसका व्यास 2.1 मीटर है। यह तीन लोगों के साथ 12 घंटे तक सामान्य परिस्थितियों में और आपात स्थिति में 96 घंटे और समुद्र की गहराई में रह सकता है। बयान के मुताबिक विशेष प्रौद्योगिकी से तैयार वाहन गहरे समुद्र में अजैविक संसाधन जैसे पॉलिमेटेलिक मैग्नीज आदि खोजने में सक्षम बनाएगा। दिसंबर 2024 से समुद्र में इससे पूर्ण परीक्षण किए जाने की संभावना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़