Jammu-Kashmir: पहलगाम के बाद गुलमर्ग में उमर अब्दुल्ला की बैठक, कानून-व्यवस्था को लेकर दिया बड़ा बयान

उमर अब्दुल्ला आगे कहा कि पहली बार कश्मीर के लोग हमले की निंदा करने के लिए आगे आए। कोई भी राजनेता, धार्मिक नेता इसका श्रेय नहीं ले सकता। लोग खुद आगे आए। उन्होंने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की।
जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बुधवार को जम्मू और कश्मीर के स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में अपने मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक घातक पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटकों को वापस लाने के उनकी सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कल पहलगाम में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी और आज प्रशासनिक सचिवों और वरिष्ठ विभाग प्रमुखों की बैठक हुई। मैंने शिक्षा मंत्री को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि स्कूलों और कॉलेजों में पिकनिक फिर से शुरू हो जाएं और गुलमर्ग और पहलगाम में दौरे किए जाएं ताकि स्थिति सामान्य हो सके।
इसे भी पढ़ें: पटेल की PoK पर लिखी गई चिट्ठी में ऐसा क्या है? नेहरू-सरदार के बीच हुए ऐतिहासिक संवाद का MRI स्कैन
उमर अब्दुल्ला आगे कहा कि पहली बार कश्मीर के लोग हमले की निंदा करने के लिए आगे आए। कोई भी राजनेता, धार्मिक नेता इसका श्रेय नहीं ले सकता। लोग खुद आगे आए। उन्होंने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था चुनी हुई सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। यह किसकी जिम्मेदारी है? लेफ्टिनेंट गवर्नर। उन्होंने कहा कि तीन तरह के पावर सेंटर हैं, जिन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए समन्वय करने की जरूरत है कि यहां चीजें सुचारू रूप से चले।
इसे भी पढ़ें: क्या फिर से कुछ होने वाला है? नागरिक सुरक्षा को लेकर इन चार राज्यों में किया जाएगा मॉक ड्रिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा फिलहाल लेफ्टिनेंट गवर्नर के अधिकार क्षेत्र में आती है और यही वह बिंदु है जिसे मैंने उठाया कि केंद्र सरकार, चुनी हुई सरकार और राजभवन, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए कि 22 अप्रैल को जो हुआ, वह फिर न हो। इससे पहले उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को घोषणा की कि सरकार पिछले महीने हुए आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों की याद में पहलगाम के बैसरन में एक स्मारक बनाएगी। उन्होंने कहा कि भव्य और गरिमापूर्ण तथा सम्मानजनक स्मारक बनाने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, हम पहले दिन से ही इस पर चर्चा कर रहे हैं... बैसरन में मारे गए 26 निर्दोष लोगों की याद में एक स्मारक बनाया जाएगा, जो एक स्थायी श्रद्धांजलि होगी और यह याद दिलाएगी कि उन्हें कभी भुलाया नहीं जाएगा।
अन्य न्यूज़













