हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की जानकारी देने वाले को अब मिलेगा ढाई लाख का इनाम

Vikash Dubey

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बता कि जो व्यक्ति दुबे के बारे में सही जानकारी देगा उसे न केवल इनाम दिया जायेगा बल्कि उसकी पहचान भी गुप्त रखी जायेगी। पूरे प्रदेश के टोल नाको पर दुबे के पोस्टर लगाने के लिये भी कहा गया है।

लखनऊ। कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर के बाहर हुये हमले में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद पुलिस ने उस पर ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया है और पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसका पोस्टर लगाने के लिये भी कहा है। कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने सोमवार को बताया, ‘‘ विकास दुबे पर अब ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। इस आशय का एक प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक को भेजा गया था जहां से इनाम की राशि बढ़ाने की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को इनामी रकम बढा दी गयी है।’’ 

इसे भी पढ़ें: कानपुर मुठभेड मामले में तीन और पुलिसकर्मी निलंबित, तीनों के खिलाफ शुरू हुई जांच 

अग्रवाल ने बताया, ‘‘जो व्यक्ति दुबे के बारे में सही जानकारी देगा उसे न केवल इनाम दिया जायेगा बल्कि उसकी पहचान भी गुप्त रखी जायेगी। पूरे प्रदेश के टोल नाको पर दुबे के पोस्टर लगाने के लिये भी कहा गया है ताकि अगर वह किसी टोल नाके से निकलता है तो उसके बारे में जानकारी मिल सके।’’ उल्लेखनीय है कि पहले दुबे पर पहले पचास हजार का इनाम था जिसे बाद में बढ़ा कर एक लाख कर दिया गया और अब सोमवार को इसमें इजाफा कर इसे ढाई लाख रूपये कर दिया गया है। महानिरीक्षक ने बताया, ‘‘दुबे को ढूंढने के लिये 40 पुलिस थानों की 25 टीमें लगायी गयी है जो दिन रात पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही है। इसके अलावा कुछ टीमें दूसरे प्रदेशों को भी भेजी गयी है। जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है।’’ 

इसे भी पढ़ें: कानपुर मुठभेड़: क्या पुलिस की आपसी रंजिश के चलते शहीद हुए देवेंद्र मिश्रा समेत 8 जवान ? 

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस के निगरानी दल की नजरें दुबे के करीबियों के मोबाइल पर लगातार बनी हुयी है और उससे कोई भी नाता रखने वाला हर व्यक्ति पुलिस राडार पर है। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।मुठभेड़में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है। घटना के बाद से पुलिस को दुबे का कोई सुराग नहीं मिला है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़