जांच आयोग के गठन की मांग को लेकर कश्मीरी पंडित डॉ. संदीप मावा का आमरण अनशन

kashmiri pandit sandeep mawa
Prabhasakshi

हम आपको बता दें कि डॉ. संदीप मावा आतंकवादियों की हिट लिस्ट में शामिल हैं। उनके पिता को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। यही नहीं डॉ. संदीप मावा पर भी हमला हो चुका है। कश्मीरी पंडितों को घाटी से भगाये जाने के 29 साल बाद डॉ. संदीप मावा वापस घाटी लौटे थे।

सुलह मोर्चा के अध्यक्ष और कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी का अभियान चलाने वाले डॉ. संदीप मावा ने कश्मीरी पंडितों, कश्मीरी सिखों और कश्मीरी मुस्लिमों की हत्याओं की जांच के लिए एक निष्पक्ष जांच आयोग के गठन के लिये श्रीनगर में आमरण अनशन शुरू किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 24 अप्रैल तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह आत्मदाह कर लेंगे। डॉ. संदीप मावा ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि आतंकवादी और कश्मीरी पंडितों के हत्यारे बिट्टा कराटे को फांसी दी जाये। हम आपको बता दें कि डॉ. संदीप मावा ने पिछले महीने भी एक दिन के सांकेतिक धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वह आत्मदाह कर लेंगे।

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हम आपको बता दें कि डॉ. संदीप मावा आतंकवादियों की हिट लिस्ट में शामिल हैं। उनके पिता को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। यही नहीं डॉ. संदीप मावा पर भी हमला हो चुका है। कश्मीरी पंडितों को घाटी से भगाये जाने के 29 साल बाद डॉ. संदीप मावा वापस घाटी लौटे थे और साल 2019 में अपने पिता की बंद दुकान को खोला था। पिछले साल नवंबर महीने में जब कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग के नाम पर आम नागरिकों की हत्या कर डर का माहौल बनाया जा रहा था तब आतंकवादियों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया था। लेकिन गाड़ी उनकी दुकान पर काम करने वाला इब्राहिम नाम का शख्स चला रहा था जिसकी गोली लगने से मौत हो गयी थी। यही नहीं डॉ. संदीप मावा के बहनोई मक्खन लाल बिंदरू की भी पिछले साल आतंकवादियों ने उनकी दुकान में घुसकर हत्या कर दी थी।

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श्रीनगर में प्रेस कॉलोनी में भूख हड़ताल पर बैठे डॉ. संदीप मावा ने कहा है कि मैं प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल से मेरी मांगों को पूरा करने की अपील करता हूं क्योंकि यह नया कश्मीर है। हम आपको बता दें कि डॉ. संदीप मावा की यह भूख हड़ताल ऐसे समय पर हो रही है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर आने वाले हैं। डॉ. संदीप मावा ने इस संदर्भ में कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उनकी मांगों पर ध्यान देंगे और जांच आयोग का गठन करेंगे ताकि जम्मू कश्मीर के लोगों को इंसाफ मिले। डॉ. संदीप मावा ने चेतावनी दी है कि अगर प्रधानमंत्री के जम्मू-कश्मीर में आगमन तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह आत्मदाह कर लेंगे।

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