केरल में 30 साल के सर्वोच्चस्तर पर हुआ मतदान, 77.68 फीसदी रहा आकंड़ा
1989 के संसदीय चुनाव में इस दक्षिणी राज्य में सबसे अधिक 79.3 प्रतिशत मतदान हुआ था। आज सुबह जारी चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को राज्य में 24,970 मतदान केन्द्रों पर 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ।
तिरूवनंतपुरम। केरल में इस लोकसभा चुनाव में 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछले 30 साल में सबसे अधिक है। राज्य में लोकसभा की 20 सीटें हैं । अधिक से अधिक सीट जीतने के लिए सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्षी यूडीएफ के बीच कड़ा मुकाबला है। राज्य में 2.61 प्रतिशत मतदाता हैं। 1989 के संसदीय चुनाव में इस दक्षिणी राज्य में सबसे अधिक 79.3 प्रतिशत मतदान हुआ था। आज सुबह जारी चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को राज्य में 24,970 मतदान केन्द्रों पर 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ।
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से मैदान में उतरने के बाद से चर्चा में आई इस संसदीय सीट पर रिकार्ड 80.31 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2014 में यहां 73.25 प्रतिशत मतदान हुआ था। सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ और विपक्षी कांग्रेस की अगुवाई वाली यूडीएफ दोनों के लिए राज्य में इस बार लोकसभा की 20 सीटों में से अधिकतर पर करो-या-मरो की लड़ाई थी। केरल को दशकों से द्विध्रुवी राजनीति के लिए जाना जाता है। भाजपा की अगुवाई वाली राजग कम से कम तीन सीटों तिरूवनंतपुरम, पत्तनमतिट्टा और त्रिशूर पर यहां से लड़ने वाले दो पारंपरिक मोर्चों के लिए कठिन चुनौती पेश कर रही है।
Total voter turnout for 3rd phase of #LokSabhaElections2019 is 63.24%.
— ANI (@ANI) April 23, 2019
Assam - 78.29%
Bihar - 59.97%
Goa - 71.09%
Gujarat - 60.21%
Jammu & Kashmir - 12.86%
Karnataka - 64.14%
Kerala - 70.21%
Maharashtra - 56.57% pic.twitter.com/bGbCl4G4Q3
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