केजरीवाल का कार्यकर्ताओं को पत्र- कहा निराश नहीं हों
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दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आप के कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर कहा कि चुनावों में जीतना या हारना ‘‘राजनीतिक अभियान’’ का हिस्सा है और कहा कि पार्टी को इससे निराश नहीं होना चाहिए।
नयी दिल्ली-चंडीगढ़। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आप के कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर कहा कि चुनावों में जीतना या हारना ‘‘राजनीतिक अभियान’’ का हिस्सा है और कहा कि पार्टी को इससे निराश नहीं होना चाहिए। वहीं चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में उसके विधायकों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। केजरीवाल ने आंदोलन से राजनीतिक दल बनने तक आप की यात्रा का बखान करते हुए कार्यकर्ताओं से अपील की कि ‘‘विश्वास’’ जिंदा रखें।
आप के एक नेता ने कहा कि वह 18 मार्च को फेसबुक लाइव के माध्यम से कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। सभी पंजीकृत कार्यकर्ताओं को ईमेल किए गए पत्र में केजरीवाल ने कहा, ‘‘इन परिणामों की पूरी तरह समीक्षा करने में हमें समय लगेगा। बहरहाल अगले कदम के बारे में सोचने से पहले हमें समझने की जरूरत है कि जीत और हार हमारे राजनीतिक अभियान का हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में भाजपा की 18 सीटें और 20 फीसदी वोट शेयर है और महाराष्ट्र में कांग्रेस की 15 सीटें और 18 फीसदी वोट शेयर हैं। उन्होंने हार नहीं मानी और हमें भी हार नहीं मानना चाहिए।’’
वहीं पार्टी ने पंजाब में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपने विधायकों के साथ सौतेला व्यवहार होने के आरोप लगाए हैं। दाखा के विधायक एचएस फूल्का ने बयान जारी कर दावा किया कि ‘‘इतिहास में पहली बार जब कोई मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण कर रहा था तो मुख्य विपक्षी दल के नेता अपने साथियों के साथ पंडाल के पीछे खड़े थे।’’ फूल्का ने कहा कि आप के विधायक वीआईपी जैसा व्यवहार नहीं चाहते लेकिन जन प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें कम से कम बैठने के लिए सीट दी जानी चाहिए थी। उन्होंने दावा किया कि आप के विधायक सादगी की संस्कृति अपनाते हैं। भुलत्थ से आप के विधायक सुखपाल सिंह खरा ने आरोप लगाया कि ‘‘शपथ ग्रहण समारोह कांग्रेस की कार्य संस्कृति और कैप्टन अमरिंदर सिंह की सामंती मानसिकता को दर्शाता है।’’
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