किसानों के लिये नकदी निकासी की सीमा बढ़ायी गयी

सरकार ने खेती किसानी के क्षेत्र में नकदी की समस्या को देखते हुये आज किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकों से नकदी निकालने में कुछ राहत दी है।

सरकार ने खेती किसानी के क्षेत्र में नकदी की समस्या को देखते हुये आज किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकों से नकदी निकालने में कुछ राहत दी है। किसान और छोटे व्यापारी अब बैंकों से सप्ताह में 50,000 रुपये तक की नकदी निकाल सकेंगे। सरकार ने किसानों को उनके बैंक खाते में पहुंचे फसली ऋण से हर सप्ताह 25,000 रुपये तक निकालने की अनुमति देने का फैसला किया है। यह सीमा किसान क्रेडिट कार्ड पर भी लागू होगी। इसके अलावा यदि किसानों को चेक अथवा आरटीजीएस के जरिये उनके बैंक खाते में भुगतान मिलता है तो वह प्रति सप्ताह 25,000 रुपये तक की अतिरिक्त राशि निकाल सकेंगे।

आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार के इस कदम से रबी मौसम के दौरान फसल बुवाई में सुविधा होगी। किसानों को उर्वरक, बीज और दूसरा जरूरी सामान खरीदने के लिये उपयुक्त मात्रा में नकदी उपलब्ध होगी। इसके साथ ही सरकार ने किसानों को फसल बीमा प्रीमियम का भुगतान करने की समयसीमा को 15 दिन बढ़ा दिया है। कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) पंजीकृत व्यापारी अब सप्ताह में 50,000 रुपये तक की निकासी कर सकेंगे। शक्तिकांत दास ने कहा कि ये खाते संबंधित किसान के नाम पर होने चाहिये और सभी खाते ‘अपने ग्राहक को जानो’ यानी केवाईसी नियमों के अनुरूप होने चाहिये। इसी तरह कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) में पंजीकृत व्यापारियों को कर्मचारियों के वेतन भुगतान और दूसरे खर्चों को पूरा करने के लिये 50,000 रुपये प्रति सप्ताह तक निकासी की अनुमति होगी। दास ने कहा, ‘‘इससे खरीदारी की प्रक्रिया आसानी से पूरी होगी और किसान बिना किसी परेशानी के अपने उत्पाद बेच सकेंगे।’’

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