आजादी काअमृत महोत्सव को जन-जन व हर मन का पर्व बनाएं: मुख्यमंत्री मनोहर लाल

Chief Minister Manohar Lal

आजादी की लड़ाई में जिन परिवारों का योगदान रहा, उस परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया जाए। आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के मद्देनजर जो वेबसाइट बनाई गई हैं, उस पर जनता द्वारा दी जाने वाली जानकारी, स्टोरी आदि अपलोड की जाएं और इस संबंध में अधिक से अधिक जानकारी संकलित कर वेबसाइट पर डाली जाए।

चंडीगढ़  मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के आजादी का अमृत महोत्सव को भारत के जन-जन व हर मन का पर्व बनाने के आह्वान के मद्देनजर हरियाणा में व्यापक स्तर पर जनभागीदारी सुनिश्चित करते हुए अधिक से अधिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, ताकि प्रदेश की जनता में देश प्रेम की भावना और सुद्ढ़ हो तथा उन्हें आजादी के महत्व व इसके लिए दी गई कुर्बानियों का आभास हो।

 

मुख्यमंत्री शुक्रवार को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत प्रदेश स्तर पर चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों के सफल आयोजन के संबंध में आयोजित बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए मुख्य सचिव हरियाणा की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय कमेटी की तरह ही उनकी यानी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में भी एक अन्य आयोजन समिति गठित की जाए। प्रदेश स्तर पर यह कार्यक्रम 15 अगस्त 2023 तक आयोजित किए जाएंगे। अमृत महोत्सव के कार्यक्रम भारत विजन-2047 की तर्ज पर हरियाणा विजन-2047 के अनुरूप आयोजित किए जाएं। इन कार्यक्रमों के आयोजन ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के साथ स्कूल, कालेज व विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों, महिलाओं, किसानों, कामगारों आदि सभी की भागीदारिता के साथ सुनिश्चित किए जाएं। इसमें सरकार के साथ विभिन्न संस्थाएं, एनजीओ आदि भी शामिल की जाएं।

 

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उन्होंने कहा कि भारत की आजादी में हरियाणा के वीरों का उल्लेखनीय योगदान रहा था और अनेक स्थान इसके साक्षी बने थे। इन सभी स्थानों को चिन्हित कर वहां पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। आजादी की लड़ाई में जिन परिवारों का योगदान रहा, उस परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया जाए। आजादी का अमृत महोत्सव के आयोजन के मद्देनजर जो वेबसाइट बनाई गई हैं, उस पर जनता द्वारा दी जाने वाली जानकारी, स्टोरी आदि अपलोड की जाएं और इस संबंध में अधिक से अधिक जानकारी संकलित कर वेबसाइट पर डाली जाए। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के सभी प्रचार टूल के साथ गांव स्तर पर व घर-घर तक आजादी के महोत्सव के संदेश पहुंचने चाहिए। साथ ही अन्य सभी विभाग भी आजादी के महोत्सव के तहत अपने कार्यक्रमों का आयोजन करें। इस महोत्सव के तहत जितनी अधिक जनभागीदारी होगी, इसके आयोजन का उद्देश्य उतना ही अधिक सफल होगा।

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इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री  दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आजादी के बाद भारत देश में व हरियाणा प्रदेश में गठन के बाद अनेक क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर बदलाव हुए हैं। ऐसे मौके पर प्रदेश की जनता की भलाई व प्रदेश को मॉडल रूप देने के लिए नए लक्ष्य तय किए जाएं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र का और अधिक विकास, स्कूल-कालेजों का नया प्रारूप तैयार करने तथा नैनो तकनीक से अधिक से अधिक लोगों तक विकास पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश के सभी 6900 गांवों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिसमें प्रदेश के लोक कलाकारों, स्कूल व कालेज के विद्यार्थियों की भागाीदारी की जाए।

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मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल ने अमृत महोत्सव के आयोजन पर आधारित प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि विभिन्न विभागों द्वारा अब तक 485 कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इसी प्रकार पांच प्रमुख विषयों-स्वतंत्रता संग्राम, विजेता, उपलब्धियां, विचार व संकल्प के साथ जनभागीदारी पर करीब 1500 कार्यक्रम और आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अंबाला कैंट में भारत की आजादी की पहली लड़ाई का शहीदी स्मारक बनाया जा रहा है। महेंद्रगढ़ के गांव नसीबपुर में शहीदी स्मारक का निर्माण किया जाएगा। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। इसी प्रकार टैगोर थियेटर चंडीगढ़ व कुरूक्षेत्र में 1857 का संग्राम, हरियाणा के वीरों के नाटक का मंचन किया गया। इस नाटक का मंचन अन्य जिलों में भी किया जाएगा।

गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा अनिल विज, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी ने मौके पर तथा कृषि एवं कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश धनखड़, गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश कुमार, मदवि के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेवा, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति राजकुमार मितल, मीरपुर विश्वविद्यालय रेवाड़ी के कुलपति एसके गक्खड़ ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर अमृत महोत्सव के बेहतर आयोजन के संबंध में अपने सुझाव दिए।

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