मणिपुर के विनाशकारी भूस्खलन में 8 लोगों की मौत, 70 से अधिक लापता, राहत एवं बचाव कार्य जारी

Manipur
प्रतिरूप फोटो
ANI Image

अधिकारियों ने बताया कि प्रादेशिक सेना के सात जवानों समेत आठ लोगों के शवों को निकाल लिया गया है और करीब 72 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बचाव अभियान जारी है। भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है।

इंफाल। मणिपुर के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर हुए विनाशकारी भूस्खलन में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक अन्य लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना बुधवार रात टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में हुई। उन्होंने बताया कि प्रादेशिक सेना के सात जवानों समेत आठ लोगों के शवों को निकाल लिया गया है और करीब 72 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बचाव अभियान जारी है। भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे एक जलाशय बन गया है, जो निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है। 

इसे भी पढ़ें: पूर्वोत्तर भारत में मानसून ने दी दस्तक, असम-मेघालय में भारी बारिश के आसार 

नोनी जिले के उपायुक्त द्वारा जारी एक परामर्श में कहा गया है, “टुपुल यार्ड रेलवे निर्माण शिविर में भूस्खलन के कारण हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर मलबे ने इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है, जो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है।” प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। कई स्थानों पर सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग-37 की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है।

अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भूस्खलन वाली जगह पर पहुंच गई है, जबकि दो और टीम जल्द ही पहुंच जाएंगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर में टुपुल रेलवे स्टेशन के पास हुए भूस्खलन के मद्देनजर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की। बचाव कार्य जोरों पर है। एनडीआरएफ की एक टीम पहले ही मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य में जुट गई है। एनडीआरएफ की दो और टीम जल्द ही टुपुल पहुंच जाएंगी।’’ 

इसे भी पढ़ें: असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी, पांच और लोगों की मौत 

मुख्यमंत्री सिंह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। एन बीरेन सिंह ने ट्वीट किया, “ टुपुल में हुई भूस्खलन की घटना का आकलन करने के लिए आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। खोज और बचाव अभियान पहले से ही चल रहा है। मृतकों और लापता लोगों के लिए प्रार्थना करें। बचाव अभियान में सहायता के लिए डॉक्टरों के साथ एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं।” मुख्यमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को एक लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। मणिपुर के राज्यपाल एल गणेशन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़