शिक्षा नीति में समानता एवं जवाबदेही पर ध्यान: जावड़ेकर
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि नयी शिक्षा नीति परिमाण, गुणवत्ता एवं समानता के अलावा जवाबदेही, अनुसंधान एवं नवाचार पर केन्द्रित होगी।
हैदराबाद। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि नयी शिक्षा नीति परिमाण, गुणवत्ता एवं समानता के अलावा जवाबदेही, अनुसंधान एवं नवाचार पर केन्द्रित होगी तथा ऐसा करने के लिए संवैधानिक प्रावधानों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। मुशीराबाद सरकारी उच्च विद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत में जावड़ेकर ने बताया, ‘‘नयी शिक्षा नीति गुणवत्ता, परिमाण, समानता, जवाबदेही एवं अनुसंधान और नवाचार के बुनियाद पर बनाई जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग पहले से ही यह आशंका उठा रहे हैं कि संविधान में (नयी शिक्षा नीति के साथ) बदलाव होंगे। इस प्रकार का कुछ भी नहीं होगा।’’ राज्यसभा में गुरुवार को विपक्ष ने मसौदा शिक्षा नीति पर सरकार की यह कहकर खिंचाई की थी कि इसे आरएसएस दस्तावेजों से लिया गया है। मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि नयी नीति सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण होगी। उन्होंने बताया कि इसके मसौदे पर सुझाव एवं टीका-टिप्पणियां आमंत्रित की गई हैं, जिसके लिए अंतिम समय सीमा 15 सितंबर तक बढ़ाया गया है।
इसी बीच, छात्रों के साथ बातचीत के एक सत्र में जावड़ेकर ने अपने अतीत के दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे शुरुआती दिनों में मेरा परिवार इतना गरीब था कि वे समाचार पत्र भी नहीं खरीद सकते थे और मैं उनको पढ़ने के लिए अपने पड़ोसियों के घर में जाया करता था। उन्होंने कहा कि जब मैं 10 साल का था, तब मैं अपनी मां, जो कि प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका थीं, के साथ जाया करता था और अनपढ़ लोगों को पढ़ाया करता था, जबकि मेरी मां महिलओं की कक्षाएं लिया करती थीं।
अन्य न्यूज़