मेरठ : प्रतिबन्ध के बावजूद दीपावली पर जमकर चले पटाखे , हवा बनी हुई जहर
मेरठ शहर में दीपावली के दिन खूब पटाखे छोड़े गए। इससे शहर की हवा काफी खराब हो गई और लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत हुई। वहीं शहर में प्रदूषण के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 को पार पहुंच गया है।
मेरठ , पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित होने के साथ ही उन्हें किसी हाल में न जलाने के दिशा निर्देश के बाद भी दीपावली के त्योहार पर मेरठ शहरवासियों ने जमकर पटाखे छोड़े। आतिशबाजी ने पहले से खराब चल रही मेरठ की हवा की सेहत को और ज्यादा झकझोर कर रख दिया। सारे निर्देश हवा हो गए इससे शहर की हवा बेहद खराब हो गई है। पटाखों से निकले प्रदूषण के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया। स्थिति यह थी कि मेरठ और आसपास के कई जिलों में वायु प्रदूषण की हालत खतरनाक स्थिति में पहुंच गई। मेरठ शहर में आतिशबाजी के धुएं, धूल और धुंध के साथ ही मौसमी कारण के चलते शुक्रवार सुबह आठ बजे हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 472.31 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। दूसरी ओर रात 12 बजे एक्यूआइ अर्थात एयर क्वालिटी इंडेक्स का आंकड़ा 449 दर्ज किया गया।
दीवाली की रात से अत्यधिक खतरनाक स्तर पर पहुंची हवा ही गुणवत्ता 36 घण्टे बाद भी नहीं सुधर पाई है। शनिवार सुबह मेरठ में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के तीन निगरानी केंद्रों गंगा नगर, पल्लवपुरम और जयभीम नगर पर हवा की गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में बनी हुई है।
वहीं मौसम ने प्रदूषण से जूझ रहे मेरठ सहित एनसीआर को राहत के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवा मैदानों में पहुंचनी शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को 11 बजे मेरठ में हवा की गति 14 किमी प्रति घंटे तक पहुंच चुकी है। निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार शनिवार दोपहर बाद हवा की गति 20-25 किमी प्रति घण्टे तक पहुंचने की उम्मीद है। हवा की गति बढ़ते ही वातावरण की निचली सतह पर मौजूद प्रदूषक छंट जाएंगे। उम्मीद है देर शाम तक हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ शुरू हो जाएगा।
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