माजिद की घर वापसी में मां के प्यार की जीत हुयी: महबूबा मुफ्ती
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हफ्ता भर पहले लश्कर ए तैयबा में शामिल हुए कॉलेज छात्र और फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशिद खान की ‘घर वापसी’ में ‘मां का प्यार’जीत गया।
श्रीनगर–जम्मू। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हफ्ता भर पहले लश्कर ए तैयबा में शामिल हुए कॉलेज छात्र और फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशिद खान की ‘घर वापसी’ में ‘मां का प्यार’जीत गया। श्रीनगर में अधिकारियों ने बताया कि अरशिद कल रात दक्षिण कश्मीर में एक सुरक्षा शिविर में पहुंचा और उसने अपने हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। उसे तड़के किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।
समझा जाता है कि एक मुठभेड़ में अपने किसी घनिष्ठ दोस्त के मारे जाने के बाद वह आतंकवाद की ओर उन्मुख हुआ था। वह दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में अपनी स्थानीय फुटबॉल टीम में गोलकीपर था। मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘एक मां का प्यार जीत गया। उसकी संवेदनशील अपील से एक होनहार फुटबॉल खिलाड़ी माजिद की घर वापसी में मदद मिली। जब भी कोई किशोर हिंसा के रास्ते पर उतरता है तो सबसे अधिक उसका परिवार प्रभावित होता है। ’’
उन्होंने लिखा, ‘‘मैं उन युवकों की मनोदशा समझती हूं जो भटककर आतंकवाद के रास्ते पर चले गये हैं। उनमें से ज्यादातर अनर्थक हिंसा की व्यर्थता समझते हैं और घर लौटर मर्यादा के साथ सामान्य जीवन जीना चाहते हैं। लेकिन हिंसा छोड़ने का चुनाव आसान नहीं होता है क्योंकि वे खुद को दो अवांछनीय स्थिति में से एक को चुनने की स्थिति में होते हैं। सामाजिक कलंक का डर उनके फैसले पर हावी रहता है। ’’
दरअसल पुलिस अरशिद की घर वापसी के लिए उस पर दबाव बनाने के लिए उसके दोस्तों और परिवार के सदस्यों के संपर्क में थी। उसने अपने माता-पिता और जम्मू कश्मीर पुलिस की अपील के बाद आत्मसमर्पण किया। उसके माता-पिता ने टेलीविजन और सोशल मीडिया पर जाकर उससे आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो फैला है जिसमें उसकी मां रो रही है और उससे घर वापसी की अपील कर रही है।
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