मुथू कृष्णन वेमुला मामले में आंदोलन में सबसे आगे था
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कथित तौर पर आत्महत्या करने वाला जेएनयू का दलित छात्र मुथू कृष्णन पूर्व में हैदराबाद विश्वविद्यालय का छात्र था और रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में आंदोलन में सबसे आगे था।
राष्ट्रीय राजधानी के मुनीरका में कथित तौर पर आत्महत्या करने वाला जेएनयू का दलित छात्र मुथू कृष्णन पूर्व में हैदराबाद विश्वविद्यालय का छात्र था और बहुचर्चित रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आंदोलन में सबसे आगे था। 28 वर्षीय मुथू कृष्णन तमिलनाडु के सलेम जिले से था और जेएनयू से पीएचडी करने से पहले उसने हैदराबाद विश्वविद्यालय से एमफिल किया था। जेएनयू के झेलम छात्रावास में रहने वाला कृष्णन मुनीरका में अपने दोस्त के घर सोमवार को पंखे से लटका पाया गया था।
जेएनयू छात्र संघ ने आरोप लगाया है कि रोहित को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन चलाने के कारण कृष्णन को निशाना बनाया जा रहा था और उसी के चलते हुए अवसाद के कारण कृष्णन ने यह कदम उठाया। हालांकि कृष्णन ने कोई सुसाइड़ नोट नहीं छोड़ा है लेकिन उसने जेएनयू में प्रवेश के लिए ‘‘भेदभावपूर्ण’’ नीतियों की फेसबुक पर हाल ही में काफी आलोचना की थी और अब उसका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी छाया है।
कृष्णन ने 10 मार्च को अपने पोस्ट में लिखा था, ‘‘एमफिल-पीएचडी में दाखिले में कोई समानता नहीं है, मौखिक परीक्षा में कोई समानता नहीं है, यहां समानता को सिर्फ नकारा जाता है, प्रो. सुखदेव थोराट अनुशंसाओं को नकारना, प्रशासनिक खंड में छात्रों को प्रदर्शन करने का स्थान नकारना, वंचितों को शिक्षा नकारना। जब समानता को नकारा जाता है तो हर बात को झुठला दिया जाता है।’’ पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो इस मामले में जेएनयू प्रशासन की भूमिका की ओर इशारा करते हों।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है कि छात्र ने यह अतिवादी कदम विश्वविद्यालय के साथ किसी मुद्दे के चलते उठाया है।’’ इस बीच जेएनयू प्रशासन इस घटना पर चुप्पी साधे है। इसका कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस मामले में पुलिस ने आज कहा कि वह छात्र परिसर में राजनीतिक रूप से सक्रिय किसी भी संगठन का हिस्सा नहीं था। मुथु कृष्णन ने फेसबुक पर ‘कृष रजनी’ के नाम से अपनी प्रोफाइल बनाई थी। जेएनयू के छात्रों ने कृष्णन की फेसबुक पोस्ट साझा की जिसमें उसने पिछले साल दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के मामले में हैदराबाद विश्वविद्यालय की कथित भूमिका और जेएनयू की नयी प्रवेश नीति की आलोचना की थी। पुलिस ने हालांकि उसके किसी राजनीतिक जुड़ाव से इनकार किया है।
डीसीपी (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने कहा, ‘‘उसके संबंध (रोहित वेमुला से) पर कोई टिप्पणी करना अभी काफी जल्दबाजी होगा। लेकिन अब तक हम यह जानते हैं कि वह (कृष्णन) जेएनयू में सक्रिय किसी भी राजनीतिक संगठन से जुड़ा नहीं था। उसने न तो जेएनयू प्रशासन से कोई शिकायत की न ही प्रशासन द्वारा उसके खिलाफ कोई शिकायत की गयी थी।’’ अधिकारी ने कहा कि छात्र ने खुदकुशी क्यों कि इसकी वजह साफ नहीं हो पाई है और अब तक कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमने उसके हॉस्टल के कमरे की तलाशी ली और वहां भी छानबीन की जहां उसका शव मिला था। लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हमने दोनों कमरों को सील कर दिया है। फोरेंसिक टीम फिर से इन कमरों की जांच करेगी।’'
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