ओपन बुक एग्जाम से चिंता में कई छात्र! ऐसे कर रही दिल्ली विश्वविद्यालय अपने छात्रों की मदद

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निधि अविनाश । Aug 10 2020 5:36PM

हिंदू कॉलेज ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है जिसके माध्यम से छात्र विभाग के शिक्षकों के साथ लगातार संपर्क में रह सकते हैं। परीक्षाओं के दौरान किसी भी समस्या के समाधान के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भीबनाया गया है।प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कहा,मैं व्यक्तिगत रूप से अपने छात्रों को संदेश भेजूंगी कि वे परीक्षा को लेकर चिंतित न हों।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार से दिल्ली विश्वविद्यालय की ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षाओं के लिए रास्ता साफ कर दिया है। बता दें कि थर्ड ईयर के ओपन बुक शुरू होने वाले हैं जिसको लेकर अब कॉलेज इन छात्रों की सहायता करने और उनकी चिंता को दूर करने की कोशिश में जुट गए है। एगजाम के कारण कई छात्र चिंता में आ गए है जिसको देखते हुए अब कॉलेज व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कई छात्रों के संपर्क में रहते हैं। जानकारी के मुताबिक, डीयू ने एक अधिसूचना जारी की है जिसमें  ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों के लिए सारी जानकारियां उपलब्ध है लेकिन इस बीच ऐसे कई छात्र अभी भी परीक्षा पोर्टल पर संभावित गड़बड़ के बारे में चिंतित हैं। ओपन बुक एगजाम को लेकर विश्वविद्यालय ने सभी को आश्वासन दिया है कि छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

 

हिंदू कॉलेज ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है जिसके माध्यम से छात्र विभाग के शिक्षकों के साथ लगातार संपर्क में रह सकते हैं। परीक्षाओं के दौरान किसी भी समस्या के समाधान के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से अपने छात्रों को संदेश भेजूंगी कि वे परीक्षा को लेकर चिंतित न हों।" कॉलेज उन छात्रों को अपने कंप्यूटर उपलब्ध कराने के लिए भी तैयार है जो कैंपस में पेपर देना चाहते हैं। वहीं SGTB खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल जसविंदर सिंह ने कहा कि डीयू ने नोडल अधिकारियों की तैनाती की है, जिनसे किसी भी मुद्दे के लिए संपर्क किया जा सकता है। “कॉलेज भी तीन परीक्षा स्लॉट के माध्यम से छात्रों के साथ लगातार संपर्क में रहेगा। हम अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं लेकिन इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर हमेशा चिंता बनी रहती है। उम्मीद है कि परीक्षा सुचारू रूप से चलेगी ”

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स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के निदेशक यू एस पांडे ने टीओआई को बताया कि उन्होंने छात्रों के लिए 32 फोन लाइनें स्थापित की थीं। एसओएल ने अपनी वेबसाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर अपलोड किए हैं। डीयू के कंप्यूटर सेंटर के संजीव सिंह ने दावा किया कि परीक्षा सुचारू रूप से चलेगी। प्रत्येक परीक्षा की अवधि बढ़ा दी गई है ताकि छात्रों को प्रश्नन पत्रों को डाउनलोड करने और अपलोड करने और स्क्रिप्ट का उत्तर देने के लिए अतिरिक्त समय मिल सके। उन्होंने कहा "DU एक अच्छे ऑपरेशन के प्रति आशान्वित है और अगर छात्रों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़ता है, तो उनके पास हमेशा एक ऑफ़लाइन परीक्षा का विकल्प होगा,"। उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को डीयू द्वारा कोविड -19 शर्तों और मॉक टेस्ट के दौरान छात्रों द्वारा सामना की जाने वाली गड़बड़ियों के कारण तारीखों को बदलने के बाद परीक्षाओं को मंजूरी दे दी है।

 

ओपन बुक को लेकर कई छात्रों को लगता है कि वे "मानसिक रूप से तैयार" नहीं हैं। रामजस कॉलेज में थर्ड ईयर के इतिहास  के छात्र जयश्री कुमार ने कहा, "अभी भी गड़बड़ होने की संभावना है। हमारे शिक्षकों ने हमें बताया है कि प्रश्न पत्र निष्ठापूर्वक निर्धारित किए जाएंगे और मुझे उम्मीद है कि जाँच भी उदार होगी। ” राजधानी कॉलेज में गणित पढ़ाने वाले पंकज गर्ग को अभी भी आपत्ति है। उन्होंने कहा कि न केवल अदालत ने परीक्षा प्रक्रिया में कई खामियों की ओर इशारा किया है, बल्कि यूजीसी और डीयू ने भी इसको लेकर ज्यादा कुछ नहीं किया''

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