Mizoram में शरण लेने वाले मणिपुरी लोगों के लिए अब तक मतदान व्यवस्था की कोई योजना नहीं: अधिकारी
मणिपुरी लोगों को आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाने के लिए निर्वाचन आयोग के अधिकारी बातचीत कर रहे हैं लेकिन उनके लिए विशेष व्यवस्था करने की अब तक कोई योजना नहीं है।’’
अपने गृह राज्य में जातीय हिंसा के बाद मिजोरम में शरण लेने वाले मणिपुर के कुकी-जो समुदाय के हजारों लोग लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल संभवत: नहीं कर पाएंगे। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह कहा।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि मणिपुर के आंतरिक रूप से विस्थापित इन लोगों (आईडीपी) के लिए मतदान की अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
पीटीआई-द्वारा प्राप्त मिजोरम गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पड़ोसी मणिपुर के कुल मिलाकर 9,196 वयस्कों और बच्चों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में शरण ली है। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘देश के विभिन्न हिस्सों में विस्थापित मणिपुरी लोगों को आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाने के लिए निर्वाचन आयोग के अधिकारी बातचीत कर रहे हैं लेकिन उनके लिए विशेष व्यवस्था करने की अब तक कोई योजना नहीं है।’’ मणिपुर की दो लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा।
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