सावधान हो जाएं! केरल में 11 छात्रों को हुआ Norovirus, कितना खतरनाक साबित हो सकता है यह नया वायरस?
केरल सरकार ने नोरोवायरस को लेकर शुक्रवार को अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। यह वायरस दूषित पानी और भोजन के जरिए फैलता है। यह एक पशु-जनित वायरस है जिससे उल्टी और दस्त होना शुरू होता है और सभी लोगों को संक्रमित करता है।
देश में अभी कोरोना महामारी से छुटकारा मिल नहीं रहा है वहीं अब केरल के वायनाड में नोरोवायरस नामक एक नए प्रकार के वायरस ने देश में दस्तक दे दी है। एक खबर के मुताबिक, वायनाड जिले में एक पशु चिकित्सा महाविद्यालय के 11 छात्र नोरोवायरस से संक्रमित हो गए है। केरल सरकार ने इसको लेकर शुक्रवार को अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। यह वायरस दूषित पानी और भोजन के जरिए फैलता है। यह एक पशु-जनित वायरस है जिससे उल्टी और दस्त होना शुरू होता है और सभी लोगों को संक्रमित करता है।
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यह कैसे फैलता है: नोरोवायरस छोटे कणों के माध्यम से फैलता है। यह भी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता हैं। यह दूषित पानी और भोजन से भी फैल सकता है। वायरस से संक्रमित व्यक्ति अरबों नोरोवायरस के कण फैला सकता है। इशके कुछ ही कण ही दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।
क्या है लक्षण: नोरोवायरस से संक्रमित व्यक्ति को पेट या आंतों में सूजन होने लगती है। एक व्यक्ति आमतौर पर वायरस के सपंर्क में आने के 12 से 48 घंटों के बाद लक्षण विकसित करना शुरू कर देता है, हालांकि, वह एक से तीन दिनों के भीतर ठीक भी हो जाते हैं। अन्य सामान लक्षणों की तरह इसमें भी थकान, उल्टी,और दस्त जिन में कई बार होते हैं। हालांकि, जिस व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक शक्ति सही है तो उसे यह वायरस ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाएगा। यह ज्यादातर छोटे बच्चों, बुजुर्गों या किसी भी प्रकार की बीमारी वाले लोगों को प्रभावित कर सकता है।
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उपचार: इस समय इस वायरस को लेकर कोई सही दवाई नहीं बनाई गई है लेकिन वायरस से संक्रमित व्यक्ति को तरल प्रदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। dehydration से बचने के लिए ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। साथ ही dehydration को रोकना जरूरी है क्योंकि इससे गंभीर समस्या हो सकती है। अगर dehydration नहीं रूका तो व्यक्ति को अस्पताल में भी भर्ती कराने की आवश्यकता होती है।
रोकथाम: स्वच्छता का पालन किया जाए। हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए, खासकर शौचालय का उपयोग करने के बाद, खाने से पहले और खाना बनाते समय भी हाथों को अच्छे से धोए। लक्षण शुरू होने से कुछ दिन पहले भी नोरोवायरस किसी व्यक्ति के मल में भी पाया जा सकता है। संक्रमण व्यक्ति के ठीक होने के बाद भी मल में वायरस पाया जा सकता है। सब्जियों, फलों और अन्य खाद्य पदार्थों को भी इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह से धोएं। वहीं अगर आप मांसाहारी खाद्य पदार्थों का सेवन करते है तो उसे भी पकाने से पहले अच्छी तरह से धोएं और पकाए।
नोरोवायरस भी गर्मी प्रतिरोधी है, इसका मतलब है कि यह 62 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में जीवित रह सकता है।इसके अलावा, इसके प्रसार को रोकने का एक और तरीका है कि आप अपने आस-पास साफ-सफाई रखें।
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