उप्र में स्कूलों को जोड़ने की नीति के खिलाफ एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन

UP school
ANI

रहमान ने संवाददाताओं से कहा, सरकार का लक्ष्य सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इसे बनाए रखने के बजाय, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार असहमति को दबाने के लिए ग्रामीण छात्रों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है।

कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने उत्तर प्रदेश सरकार के 50 से कम छात्रों वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को पास के संस्थानों के साथ जोड़े जाने के हालिया फैसले के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया।

एनएसयूआई का दावा है कि इस कदम से 27 हजार से अधिक स्कूल बंद हो जाएंगे। एनएसयूआई के मध्य क्षेत्र के अध्यक्ष अनस रहमान और पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष ऋषभ पांडे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने कांग्रेस कार्यालय से विधानसभा की ओर मार्च किया।

जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों की उनसे झड़प हुई। रहमान ने संवाददाताओं से कहा, सरकार का लक्ष्य सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इसे बनाए रखने के बजाय, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार असहमति को दबाने के लिए ग्रामीण छात्रों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों के समायोजन का निर्णय वापस नहीं लिया गया तो एनएसयूआई अगले 25 दिनों में बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी भी शामिल होंगे। पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष ऋषभ पांडे ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निजी स्कूलों का पक्ष लेने का आरोप लगाया।

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