सुतली बम के आधार पर संदिग्धों को आतंकी घोषित करना अपरिपक्व: महबूबा
एजेंसी का कहना था कि वे दिल्ली और उत्तरी भारत के दूसरे हिस्सों में राजनेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमले और बम धमाके करने की साजिश कर रहे थे।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘सुतली बम के आधार पर’’ संदिग्धों को आतंकवादी घोषित करना और उन्हें आईएसआईएस से जोड़ना अपरिपक्व था। हाल ही में कई जगहों पर छापेमारी के दौरान एनआईए द्वारा 10 लोगों को गिरफ्तार किये जाने और उनसे जब्त सामग्री के संदर्भ में तंज कसते हुए उन्होंने यह बात कही। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 26 दिसंबर को आईएसआईएस से प्रेरित संदिग्ध आतंकी समूह का खुलासा करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया था।
National security is supreme. But declaring suspects as terrorists on the basis of Sutli bombs, associating with the dreaded IS is premature. It has already devastated their lives and families. NIA must learn from earlier episodes in which the accused were acquitted after decades
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 28, 2018
एजेंसी का कहना था कि वे दिल्ली और उत्तरी भारत के दूसरे हिस्सों में राजनेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमले और बम धमाके करने की साजिश कर रहे थे। महबूबा ने इन गिरफ्तारियों को चुनाव से जोड़ते हुए कहा कि एनआईए को ‘‘पूर्व के घटनाक्रमों से सीखना चाहिए’’ जब लंबी सुनवाई के बाद आरोपियों को छोड़ना पड़ा था।
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उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। लेकिन संदिग्धों को सुतली बमों के अधार पर आतंकवादी घोषित करना, उन्हें खतरनाक आईएस (आईएसआईएस) से जोड़ना अपरिपक्व है। इससे उनकी और परिवार की जिंदगी पहले भी बर्बाद हो चुकी है। एनआईए को पूर्व की घटनाओं से सीखना चाहिए जिसमें दशकों बाद आरोपी बरी हो गए।’’
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