- |
- |
पार्टी कार्यकर्ता ‘जनकल्याणकारी दिवस‘ के रूप में मनाएं मेरा जन्मदिन :मायावती
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 14, 2021 10:39
- Like

बहुजन समाज पार्टी (बसपा)सुप्रीमो ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे उनके जन्मदिन को ‘जनकल्याणकारी दिवस‘ के रूप में मनाएं। मायावती का जन्मदिन 15 जनवरी को होता है।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा)सुप्रीमो ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे उनके जन्मदिन को ‘जनकल्याणकारी दिवस‘ के रूप में मनाएं। मायावती का जन्मदिन 15 जनवरी को होता है। मायावती ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया,‘‘यह विदित है कि कल यानी 15 जनवरी, 2021 को मेरा 65वां जन्मदिन है, जिसे पार्टी के लोग कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी सादगी से और कोविड-19 संबंधी नियमों का पालन करते हुए मनाएं।
इसे भी पढ़ें: अनंत गुणा फल देने वाले त्योहार मकर संक्रांति पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगासागर में किया स्नान
यदि इसे पीड़ितों, गरीबों, असहायों आदि की अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद करके ‘जनकल्याणकारी दिवस‘ के रूप में मनाया जाए, तो बेहतर होगा।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरे जन्मदिन पर मेरी लिखी पुस्तक ‘मेरे संघर्षमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफरनामा, भाग-16’ और इसका अंग्रेजी संस्करण ‘ए ट्रैवलॉग ऑफ माइ स्ट्रगल रिडन लाइफ एंड बीएसपी मूवमेंट, वॉल्यूम 16’ जारी होगा, जिसे पढ़कर आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमानी आंदोलन को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।’’
इसे भी पढ़ें: बिहार में अपराधी इतने बेखौफ क्यों? ऐसा सवाल जिसका जवाब सिर्फ नीतीश कुमार ही दे सकते हैं
गौरतलब है कि मायावती हर वर्ष अपना जन्मदिन धूमधाम से मनाती हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के चलते इस बार उनका जन्मदिन धूमधाम से नहीं मनाया जाएगा।
क्या चीनी सैनिक की घर वापसी से कम होगा लद्दाख तनाव?
- अभिनय आकाश
- जनवरी 25, 2021 16:08
- Like

9 जनवरी को भारतीय सेना ने लद्धाख के चुशूल सेक्टर के गुरुंग हिल के पास से एक चीनी सैनिक को अपने क्षेत्र से पकड़ा। उसने बताया कि वह गलती से भारतीय क्षेत्र में पहुच गया था। भारतीय सेना ने मिलिट्री प्रोफेशनलिज्म का परिचय देते हुए जरूरी फॉर्मेलिटीज करने के बाद चीनी जवान को वापस भेज दिया।
पूर्वी लद्दाख में तनाव को लेकर भारत और चीन के बीच रविवार को कमांडर स्तर की 9वें दौर की वार्ती हुई। यह मीटिंग चीनी सीमा रेखा में स्थित मोल्डो में हुई। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक भारत ने एक बार फिर चीन से पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाली जगहों से अपनी सेनाओं को पीछे हटाने का कहा, ताकि तनाव कम हो।वहीं सिक्कम से दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की खबर आज सामने आई है। इस झड़प में चीन के 20 सैनिकों के घायल होने की भी खबर है। लेकिन संवाद और विवाद की दो अलग-अलग खबरों के बीच पिछले 8 महीने से लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सैन्य गतिरोध के दौर में एक खबर ऐसी भी है जिससे प्रतीत होता दिख रहा है कि लद्दाख मसला अब नरमी से हल हो जाएगा। 9 जनवरी को भारतीय सेना ने लद्धाख के चुशूल सेक्टर के गुरुंग हिल के पास से एक चीनी सैनिक को अपने क्षेत्र से पकड़ा। उसने बताया कि वह गलती से भारतीय क्षेत्र में पहुच गया था। भारतीय सेना ने मिलिट्री प्रोफेशनलिज्म का परिचय देते हुए जरूरी फॉर्मेलिटीज करने के बाद चीनी जवान को वापस भेज दिया।
इसे भी पढ़ें: चीन में गैस पाइपलाइन में भीषण विस्फोट, आठ लोग घायल; तीन लापता
इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य टेंशन कम हो जाएगा यह तो नही पता लेकिन इतना जरूर है कि भारत चीन के बीच जारी संवादों या फिर सैन्य कमांडरों के बीच चलने वाले हॉटलाइन पर इसका सकारात्मक संदेश जाएगा। सूत्रों की मानें तो दो देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद भारतीय सेना के इस पहल से चीनी सैन्य अधिकारियों पर सकारात्मक संदेश गया है। उन्होंने इसके लिए भारत का आभार भी जताया है। 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टीनेंट जेनरल पी जी के मेनन और दिल्ली के नेतृत्व ने यह फैसला लिया कि चीनी सैनिक को वापस भेज दिया जाए।
इसे भी पढ़ें: राहुल गांधी के बयान पर शिवराज का पलटवार, पूछा- इतना बड़ा झूठ बोलते हुए शर्म नहीं आई?
11जनवरी को मोलडो क्रासिंग पर चीनी जवान को वापस सौप दिया गया। भारतीय सेना के इस कदम को सद्भावना वाले कदम के रूप में देखा जा रहा है। भारतीय सेना ने ऐसी ही सद्भावना पिछले साल अक्टूबर में भी दिखयी थी जब देमचोक सेक्टर से एक चीनी सिपाही पकड़ा गया था। चीन के अंदर सोशल मीडिया पर भी चीनी सैनिक की वापसी को काफी सराहा जा रहा है और इसपर गर्मजोशी से सकारात्मक चर्चा भी हो रही हैं। चीनी सेना ने ऑन रिकॉर्ड इस पहल के लिए भारीतय सेना की काफी प्रसंसा और सराहना की है। अब इस तरह की प्रसंसा का ग्राउंड पर कितना असर दिखेगा, यह अभी नही कहा जा सकता लेकिन भारतीय सेना ने अक्टूबर से जनवरी 2021 के दौरान अपने सद्भावना भरे कदमों से पीएलए को आश्चर्य चकित जरूर कर दिया।
आजाद मैदान की किसान रैली में शामिल हुए शरद पवार, बोले- राज्यपाल के पास किसानों से मिलने का वक्त नहीं
- अनुराग गुप्ता
- जनवरी 25, 2021 15:56
- Like

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मुंबई ने देश की आजादी की लड़ाई में आक्रामक भूमिका निभाई, मुंबई में मजदूर वर्ग एकजुट होकर महाराष्ट्र की मांग के लिए सड़कों पर उतरे, इस बार किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र के सभी कोनों से लोग मुंबई आए हैं।
मुंबई। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान की रैली में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में किसान पहुंचे हैं। इन किसानों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने संबोधित किया। शरद पवार के साथ किसानों के प्रदर्शन में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र: मुंबई के आजाद मैदान में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने किसानों के प्रदर्शन में भाग लिया। https://t.co/3igfiBtNk5 pic.twitter.com/HUJLEgcUNn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 25, 2021
शरद पवार ने कहा कि मुंबई ने देश की आजादी की लड़ाई में आक्रामक भूमिका निभाई, मुंबई में मजदूर वर्ग एकजुट होकर महाराष्ट्र की मांग के लिए सड़कों पर उतरे, इस बार किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र के सभी कोनों से लोग मुंबई आए हैं। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के बारे में पवार ने कहा कि यह आंदोलन देश के अबतक के इतिहास का किसी भी विवाद के बिना लंबे समय तक चलने वाला आंदोलन है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरद पवार ने कंगना रनौत के नाम का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास कंगना रनौत से मिलने का समय है लेकिन उनके पास किसानों से मिलने का वक्त नहीं है। बता दें कि किसान राजभवन तक मार्च निकालने वाले थे लेकिन उन्हें मुंबई पुलिस ने मार्च करने की इजाजत नहीं दी। जिसके बाद अब किसानों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के लिए राजभवन जाएगा।
"पंतप्रधान मोदीसाहेब आपण शरद पवार साहेबांचा हात पकडून बारामतीला गेलात, मग कृषी कायदा करताना एकदा तरी पवार साहेबांसोबत बोलायचं." - मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टीचे नेते नरसय्या आडम मास्तर यांची केंद्र सरकारवर टीका#MahaWithFarmers #FarmersProtests @PawarSpeaks pic.twitter.com/E6WJ2MJ59r
— NCP (@NCPspeaks) January 25, 2021
किसान आंदोलन के चलते जाह्नवी कपूर की फिल्म “गुड लक जेरी” की शूटिंग फिर रोकी गई
- रेनू तिवारी
- जनवरी 25, 2021 15:38
- Like

इस महीने में दूसरी बार जान्हवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुड लक जेरी' की शूटिंग किसान विरोध के कारण फिर से बाधित हुई। प्रदर्शनकारी किसानों का एक गुट पटियाला में शूटिंग स्थल पर पहुंचा और शहर में फिल्म की शूटिंग के खिलाफ नारे लगाए।
पटियाला। इस महीने में दूसरी बार जान्हवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुड लक जेरी' की शूटिंग किसान विरोध के कारण फिर से बाधित हुई। प्रदर्शनकारी किसानों का एक गुट पटियाला में शूटिंग स्थल पर पहुंचा और शहर में फिल्म की शूटिंग के खिलाफ नारे लगाए। कार्यक्रम स्थल के सूत्रों के मुताबिक, जो किसान खेत के बिल का विरोध कर रहे थे, उन्होंने मांग की कि जान्हवी अपने होटल से बाहर निकलें और किसानों को उनके विरोध में समर्थन दें।
इसे भी पढ़ें: मधुर भंडारकर ने ‘इंडिया लॉकडाउन’ की शूटिंग शुरू की, कोरोना के जख्मों पर आधारित है फिल्म
किसानों के एक समूह द्वारा यहां विरोध प्रदर्शन किए जाने के बाद जाह्नवी कपूर की आगामी फिल्म “गुड लक जेरी” की शूटिंग रोक दी गई। घटना शनिवार को सिविल लाइन्स क्षेत्र के पास हुई जब प्रदर्शन कर रहे किसानों ने फिल्म की शूटिंग का विरोध किया। बॉलीवुड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का किसी अभिनेता ने समर्थन नहीं किया।
इसे भी पढ़ें: शादी की रस्में पूरी करने अलीबाग पहुंचे वरुण धवन, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
राजवंत सिंह संधू ने कहा, “पंजाब में शूटिंग कर रहे फिल्म उद्योग के लोगों से हम कह रहे हैं कि वे कम से कम उन किसानों के समर्थन में बोलें जो कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।” एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम बॉलीवुड अभिनेताओं का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि वे किसानों का समर्थन नहीं कर रहे।” कुछ किसान उस होटल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं जहां फिल्म निर्माण दल के सदस्य ठहरे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।
View this post on Instagram
नोट:कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई में हम पूर्ण रूप से सहभागी हैं। इस कठिन समय में अपनी जिम्मेदारी का पूर्णतः पालन करते हुए हमारा हरसंभव प्रयास है कि तथ्यों पर आधारित खबरें ही प्रकाशित हों। हम स्व-अनुशासन में भी हैं और सरकार की ओर से जारी सभी नियमों का पालन भी हमारी पहली प्राथमिकता है।लेटेस्ट अपडेट
लेटेस्ट वीडियो
सब्सक्राइब न्यूज़लेटर
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.Accept