मोदी ने लड़ाकू विमान उड़ाया, दुश्मनों का दिल दहलाया, Tejas Aircraft में उड़ान भरने वाले पहले प्रधानमंत्री बने PM Modi
![Modi Tejas aircraft Modi Tejas aircraft](https://images.prabhasakshi.com/2023/11/modi-tejas-aircraft_large_1540_23.webp)
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बेंगलुरु पहुंचे और रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) एचएएल का दौरा कर उसके विनिर्माण संयंत्र में चल रहे काम की समीक्षा की। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज तेजस विमान से उड़ान भरी और कहा कि इस अनुभव से देश की स्वदेशी क्षमताओं पर उनका भरोसा बढ़ा है। इसके साथ ही मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गये हैं जिन्होंने किसी लड़ाकू विमान में उड़ान भरी है। हम आपको यह भी बता दें कि मोदी अक्सर सेना के कार्यक्रमों में सैन्य वेशभूषा में नजर आते हैं। आज भी तेजस लड़ाकू विमान में सफर के दौरान उन्होंने विशेष जी-सूट पहना हुआ था। इस बारे में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘तेजस से सफलतापूर्वक उड़ान भरी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह अनुभव अविश्वसनीय था, जिससे हमारे देश की स्वदेशी क्षमताओं के प्रति मेरा विश्वास और भी बढ़ गया और हमारी राष्ट्रीय क्षमता के बारे में मुझमें नए सिरे से गर्व और आशावाद की भावना पैदा हुई।’’ उन्होंने यह भी लिखा, ‘‘मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। भारतीय वायुसेना, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।’’
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अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बेंगलुरु पहुंचे और रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) एचएएल का दौरा कर उसके विनिर्माण संयंत्र में चल रहे काम की समीक्षा की। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री रक्षा उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन पर जोर दे रहे हैं और इस बात पर प्रकाश डाल रहे हैं कि कैसे उनकी सरकार ने भारत में उनके विनिर्माण और उनके निर्यात को बढ़ावा दिया है। कई देशों ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है और अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री की हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान एमके-टू-तेजस के लिए संयुक्त रूप से इंजन बनाने को लेकर एचएएल के साथ एक समझौता किया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस साल अप्रैल में कहा था कि 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के अब तक के सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा था कि यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
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