PM मोदी का आयुष चिकित्सकों से कोरोना वायरस का मुकाबला करने का आग्रह
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प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे निराधार दावों से निपटने की आवश्यकता है कि आयुष के पास इस बीमारी का इलाज है। आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धि और होम्योपैथी दवा प्रणाली आयुष के तहत आती है जिसके लिए एक अलग केंद्रीय मंत्रालय है। मोदी ने ये टिप्पणी आयुष चिकित्सकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हुए की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान के अनुसार मोदी ने इस कठिन समय के दौरान मस्तिष्क को तनाव मुक्त करने और शरीर को मजबूत बनाने के लिए आयुष मंत्रालय के योग एट होम को बढ़ावा देने और प्रयासों की प्रशंसा की। इसमें कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री ने आयुष के पास रोग का इलाज होने के निराधार दावे से निपटने और तथ्य जांच के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आयुष वैज्ञानिकों, आईसीएमआर, सीएसआईआर और अन्य अनुसंधान संगठनों को साक्ष्य-आधारित शोध के साथ सामने आना होगा।’’PM underlined the importance of countering and fact-checking unsubstantiated claims of AYUSH having cure for the disease, adding that AYUSH scientists, ICMR, CSIR and other research organizations must come together for evidence-based research. https://t.co/gsRl9l74uE
— ANI (@ANI) March 28, 2020
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मोदी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सरकार इस घातक वायरस के प्रसार का मुकाबला करने के लिए आयुष की प्रैक्टिस करने वाले निजी डॉक्टरों से मदद लेगी। उन्होंने आयुष चिकित्सकों से टेलीमेडिसिन का उपयोग जनता तक पहुंच बनाने और महामारी से लड़ने के लिए निरंतर जागरूकता उत्पन्न करने के लिए करने का भी आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में भारत की पारंपरिक दवाओं और चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जागरूकता पैदा करना महत्वपूर्ण है। बयान में कहा गया है कि मोदी ने लोगों की सेवा के लिए लगातार प्रयास करने के लिए आयुष चिकित्सकों को धन्यवाद दिया और कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
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