स्वच्छता अभियान पर बोले राष्ट्रपति कोविंद, इसमें हर भारतवासी का रहा योगदान

president-of-india-ram-nath-kovind-graces-swachh-mahotsav-2019
[email protected] । Sep 6 2019 4:24PM

स्वच्छता महोत्सव एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले पांच वर्षो में स्वच्छता मंत्रालय ने इस अभियान में सराहनीय योगदान दिया है।

नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि भारत के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर अनेक देश हमसे सीखना चाहते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि इन देशों के साथ हम भी अनुभव साझा करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंनेकहा कि सतत विकास लक्ष्य के तहत स्वच्छता से जुड़े लक्ष्यों को भारत समय सीमा से 11 वर्ष पहले हासिल करने वाला है। स्वच्छता महोत्सव एवं स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले पांच वर्षो में स्वच्छता मंत्रालय ने इस अभियान में सराहनीय योगदान दिया है। इस अभियान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह केवल सरकार का अभियान नहीं रहा बल्कि इसमें हर भारतवासी का योगदान रहा। 

इसे भी पढ़ें: पाक की गीदड़ भभकियों पर बोले नायडू, ऐसा जवाब मिलेगा कि भूल नहीं पाओगे

उन्होंने कहा कि हर किसी ने अपनी जिम्मेदारी के साथ काम किया है। मुझे बताया गया है कि 2017 और 2018 में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रमों में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। 5 लाख से अधिक स्वच्छाग्रहियों ने दिन रात मेहनत करके स्वच्छता की भावना का संचार किया। कोविंद ने कहा कि स्कूलों में पढ़ने वाले 15 करोड़ छात्रों ने स्वच्छता कार्यो में सक्रिय भागीदारी की। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ऐसे विद्यार्थी स्वच्छता की संस्कृति को मजबूत बनायेंगे। राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में रेल मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, सिक्किम एवं गुजरात सरकार, पावर ग्रिड कारपोरेशन आदि को बधाई दी। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र के वी जीवन कुमार, एनसीसी की रंजीता और एनएसएस के चंद्रप्रकाश को भी बधाई दी। 

इसे भी पढ़ें: तीन तलाक बिल के खिलाफ जनहित याचिका पर SC ने मोदी सरकार से मांगा जवाब

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के बाघोरी गांव के सभी निवासी स्वच्छता चैम्पियन हैं। कोविंद ने कहा कि भारत के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर अनेक देश हमसे सीखना चाहते हैं और हम उनके साथ अनुभव साझा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्य को 2030 तक हासिल किया जाना है। भारत इस संदर्भ में स्वच्छता से जुड़े लक्ष्यों को 2019 में हासिल करने वाला है जो हमारे लिये गर्व का विषय है। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रयागराज में कुम्भ का आयोजन स्वच्छता की बड़ी उपलब्धि है। आज हमारा देश खुले में शौच से मुक्त होने के लक्ष्य के बहुत करीब है। इस संदर्भ में 10 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के अभियान के कारण करोडों लोगों के जीवन में अच्छा परिवर्तन आया है। इससे समाज में नई चेतना का संचार हुआ है। इस कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत एवं अधिकारी भी मौजूद थे। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़