गौरक्षा मुद्दे पर प्रधानमंत्री का बयान संतोषजनक नहीं: शीला

[email protected] । Aug 8 2016 4:14PM

शीला दीक्षित ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर असंतोष जाहिर करते हुए आज कहा कि सिर्फ बातें करने से काम नहीं होगा और हालात सुधारने के लिये ठोस कार्रवाई करनी होगी।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने गौरक्षा की आड़ में अराजकता के मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर असंतोष जाहिर करते हुए आज कहा कि सिर्फ बातें करने से काम नहीं होगा और हालात सुधारने के लिये ठोस कार्रवाई करनी होगी। शीला ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल पर कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री के बयान से संतुष्ट नहीं हूं। हमारे पास करने के लिये और भी कई महत्वपूर्ण काम हैं। मैंने गायों को सड़कों पर घूमते हुए देखा है और उन्हें कोई पूछता तक नहीं।’’

उन्होंने कहा ‘‘गौरक्षा के लिये गौ-शालाएं बनानी चाहिये। उन्हें भी सुरक्षित रहने का अधिकार है। बातों से काम नहीं होगा। कुछ जमीन पर भी करना पड़ेगा।’’ मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के उना कस्बे में कथित गौरक्षकों द्वारा मरे हुए जानवरों की खाल उतारने वाले दलितों की बर्बरतापूर्ण पिटाई तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में हुई घटनाओं पर चुप्पी तोड़ते हुए उनका चिट्ठा तैयार करने की बात कही थी। उन्होंने ‘फर्जी’ गौरक्षकों से सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा था कि ऐसे लोग समाज और देश को बांटना चाहते हैं। राज्य सरकारें उन्हें कड़ा दंड दें।

दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला ने कहा कि केन्द्र की पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में जितना विकास हुआ था, वैसा मोदी के कोरे भाषणों के दौर में कहीं नहीं दिख रहा है। यही हालत उत्तर प्रदेश की भी हो गयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में पूरी मजबूती से वापस आ रही है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की हाल में वाराणसी में हुई रैली ऐतिहासिक थी। चूंकि वह प्रधानमंत्री का क्षेत्र है और वहां सोनिया की रैली में इतनी विशाल भीड़ का इकट्ठा होना यह जाहिर करता है कि जनता में मोदी के प्रति कितनी निराशा भरी है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिये शीर्ष नेतृत्व द्वारा चुनी गयी टीम प्रदेश में जहां-जहां गयी है, उसे जनता का व्यापक समर्थन मिला है। अब कांग्रेस विश्वास के इस मुकाम पर है कि इस बार प्रदेश में उसकी सरकार बनेगी और पार्टी जब अपनी नीतियों को जनता के बीच जाकर बताएगी तो वह और मजबूत होती जाएगी। आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की सम्भावनाओं के बारे में शीला ने कहा ‘‘चुनाव लड़ूंगी या नहीं, या कहां से लडूंगी, इसका फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।’’

उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिये अपने प्रत्याशियों के चयन पर काम कर रही है और सही समय पर उनके नाम की घोषणा करेगी। मुरादाबाद में महापौर के उपचुनाव में कांग्रेस की करारी पराजय पर शीला ने कहा कि हार-जीत लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन पार्टी इस हार से सबक सीखकर आगे बढ़ेगी।

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