ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा को प्राथमिकता दें डाक्टर: वेंकैया नायडू

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[email protected] । Sep 21 2018 7:49PM

नायडू ने कहा ‘‘ गांधी जी ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद प्रबुद्ध वर्गों से गांव की ओर लौटने का आह्वान किया था। लेकिन आजादी के बाद सभी का रुख शहरों की ओर ही पलायन करने का रहा।

नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली अधिसंख्य आबादी को बेहतर चिकित्सा सेवाओं से जोड़ने की जरूरत पर बल देते हुये चिकित्सा शिक्षा में उत्तीर्ण होने वाले डाक्टरों से ग्रामीण इलाकों में प्राथमिकता के साथ सेवायें देने की अपील की है। नायडू ने शुक्रवार को राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) के दीक्षांत समारोह में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में स्नातक एवं परास्नातक परीक्षाओं के सफल छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि देश की अधिसंख्य आबादी गांव में रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। 

नायडू ने कहा ‘‘ गांधी जी ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद प्रबुद्ध वर्गों से गांव की ओर लौटने का आह्वान किया था। लेकिन आजादी के बाद सभी का रुख शहरों की ओर ही पलायन करने का रहा। नतीजतन मूलभूत सुविधाओं के लिहाज से गांव और शहर के बीच की खाई इतनी चौड़ी हो गयी। ’’ उन्होंने कहा कि शिक्षा , रोजगार और चिकित्सा सेवाओं की खातिर शहरों की ओर बढ़ते पलायन को रोकने में डाक्टरों को अहम भूमिका निभाते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवायें प्राथमिकता के साथ देना चाहिये। नायडू ने सरकार को सुझाव दिया कि डाक्टरों सहित अन्य सरकारी कर्मचारियों को पहली प्रोन्नति मिलने पर उन्हें कम से कम तीन साल तक ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवायें देना चाहिये। उपराष्ट्रपति ने भविष्य के चिकित्सकों से आह्वान किया ‘‘ यह देश की महान सेवा होगी अगर आप लोग अपने जीवन का मकसद ग्रामीण लोगों की सेवा करने को बनायेंगे।’’

नायडू ने सरकारी स्तर पर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को नाकाफी बताते हुये कहा कि डाक्टरों को ग्रामीण चिकित्सा केन्द्रों को अपनी सेवा की मंजिल बनाना चाहिये। उन्होंने कहा ‘‘ ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं के संकट को दूर करने के लिये अब समय आ गया है जबकि आप लोग उन लोगों की सेवा को अपना लक्ष्य बनायें जो अब तक सेवा से वंचित रहे हैं।’’ इस मौके पर स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और अनुप्रिया पटेल तथा एनबीई के अध्यक्ष अभिजात सेठ भी मौजूद थे। इस अवसर पर नायडू ने चिकित्सा सेवा, शोध एवं शिक्षण में उत्कृष्ट सेवाओं के लिये विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सकों को सम्मानित किया। इससे पहले चौबे ने केन्द्र सरकार द्वारा पिछले चार सालों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार करते हुये इन्हें उन्नत बनाने की दिशा में किये गये कामों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में 77 मेडिकल कालेजों को सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सेवाओं की श्रेणी में लाया जायेगा। इनमें से 25 संस्थानों का निर्माण हो चुका है।

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