राज ठाकरे PM मोदी को देंगे बिना शर्त समर्थन, मैंने ही सबसे पहले कहा था उन्हें प्रधानमंत्री बनना चाहिए

Raj Thackeray
Creative Common
अभिनय आकाश । Apr 10 2024 12:05PM

राज ठाकरे ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वाला पहला ट्वीट मेरा था। मैं सीएए एनआरसी के समर्थन में रैली में जा रहा हूं। मैंने कभी भी व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। जिस तरह से उद्धव ठाकरे और संजय राउत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में टिप्पणी कर रहे हैं, मैंने उस तरह से टिप्पणी नहीं की। दुनिया का सबसे युवा देश, मोदी जी से उम्मीद है कि सब कुछ छोड़कर देश के युवाओं पर ध्यान दें, यही देश का भविष्य है।

शिव सेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे ने कहा कि 1990 के दशक में अविभाजित शिव सेना ने पार्टी के साथ गठबंधन किया था, तब से वह भाजपा के करीब हैं। शिवसेना ने 1990 के आसपास भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया था। उसके बाद बीजेपी के साथ मेरी नजदीकियां बढ़ीं, गोपीनाथ मुंडे, प्रमोद महाजन के साथ मेरे अच्छे संबंध थे। मैं गुजरात गया और नरेंद्र मोदी (गुजरात के मुख्यमंत्री) के साथ संबंध स्थापित किए उस समय। वहां से वापस आने के बाद मुझसे पूछा गया कि गुजरात में विकास हो रहा है, लेकिन महाराष्ट्र बहुत आगे है, मैं देश का पहला व्यक्ति था. जिसने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए। 

इसे भी पढ़ें: Poster Boy of Corruption- Arvind Kejriwal! दिल्ली बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर जारी किया पोस्टर, समुद्री लुटेरों से की तुलना

राज ठाकरे ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। अनुच्छेद 370 का समर्थन करने वाला पहला ट्वीट मेरा था। मैं सीएए एनआरसी के समर्थन में रैली में जा रहा हूं। मैंने कभी भी व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। जिस तरह से उद्धव ठाकरे और संजय राउत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में टिप्पणी कर रहे हैं, मैंने उस तरह से टिप्पणी नहीं की। दुनिया का सबसे युवा देश, मोदी जी से उम्मीद है कि सब कुछ छोड़कर देश के युवाओं पर ध्यान दें, यही देश का भविष्य है।

इसे भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव में हार के बाद दिग्विजय को पाकिस्ताभेज दिया जाएगा : भाजपा विधायक

ठाकरे ने बताया कि वह ऐसा कुछ नहीं करना चाहते थे जिससे पार्टी टूटे और उन्होंने उद्धव ठाकरे को मौका दिया लेकिन वह नहीं समझे। ठाकरे ने कहा कि मैंने साफ कर दिया था कि मैं ऐसा कुछ नहीं करना चाहता जिससे पार्टी टूटे। मैंने तय कर लिया था कि मैं बालासाहेब ठाकरे के अलावा किसी के अधीन काम नहीं करूंगा। फिर भी मैंने उद्धव को मौका दिया, लेकिन वह नहीं समझे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़