राजीव रंजन ने फेसबुक लाइव के माध्यम से किया संवाद, बाढ़ पर की बात

ss

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने फेसबुक संडे लाइव कार्यक्रम में राज्य में बाढ़ से उत्पन्न परिस्थितियों पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर चल रहे राहत एवं आपदा प्रबंधन को पूर्व निर्धारित स्टैण्डर्ड ओपरेटिंग प्रोसीजर के अनुरूप बताया।

पटना। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने फेसबुक संडे लाइव कार्यक्रम में राज्य में बाढ़ से उत्पन्न परिस्थितियों पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर चल रहे राहत एवं आपदा प्रबंधन को पूर्व निर्धारित स्टैण्डर्ड ओपरेटिंग प्रोसीजर के अनुरूप बताया।

इसे भी पढ़ें: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में बिहार पुलिस ने छह लोगों के बयान दर्ज किए

श्री प्रसाद ने इस प्राकृतिक आपदा की विषम घड़ी में विपक्ष के रवैये को निराशाजनक बताते हुए कहा कि 1987 एवं 2017 में राज्य में गंडक, बूढ़ी गंडक एवं अधवारा समूह की नदियों का उच्च्तम स्तर, जो पिछले वर्ष तक  सर्वाधिक रहा है, उस जल स्तर को भी नदियां इस बार पार कर चुकी हैं।

लेकिन 24 घंटे तटबंधों की निगरानी हो रही है एवम अभियंता तटबंधों की आवश्यकतानुसार मरम्मती के कार्य मे सतत प्रयत्नशील हैं।साथ ही मैथमेटिकल मॉडलिंग पर आधारित पूर्वानुमान प्रणाली के माध्यम सेमुख्य नदियों में  अलर्ट 72 घंटे पूर्व मिलने लगे हैं।इस से तटबंधों के अंदर रहने वाली आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में सहूलियत हुई है।इसीलिए इतने भीषण प्रवाह के बावजूद कटाव एवं जानमाल की क्षति कम से कम हुई है।

इसे भी पढ़ें: सुशांत की मौत का केस कभी भी निकल सकता है मुंबई पुलिस के हाथोंं से? बढ़ रहा है राजनीतिक दबाव

श्री प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बाढ़ प्रभावित जिलों में सामुदायिक किचन एवं राहत सुविधाओं का जायजा लिया, अधिकारियों से बात उन्होंने की साथ ही प्रभावित परिवारों से फीडबैक भी लिया।

श्री प्रसाद ने कहा कि 1 लाख 42 हज़ार 192 प्रभावित लोगों के एकाउंट में 6 हज़ार रुपये ट्रांसफर   शुक्रवार तक किये जा चुके हैं।1193 सामुदायिक किचन में लगभग 8 लाख लोग भोजन कर रहे हैं।पशुओं के लिए रहने एवं चारा का प्रबंध भी है।वहीं सेना के हेलीकॉप्टर राहत सामग्री बांट रहे हैं।नावों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की गई है।शुक्रवार शाम तक एनडीआरएफ एवं एसडी आरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात हैं।साथ ही नदियों के किनारे बने 3800 किमी से ज्यादा लंबे तटबंधों की 24 घंटे निगरानी हो रही है।पर्याप्त मात्रा में निर्माण सामग्री रखा गया है जिससे कटाव या रिसाव की स्थिति में तत्काल मरम्मती हो सके।

राजीव रंजन प्रसाद

प्रवक्ता जदयू

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़