Modi 3.0 में सबसे युवा केंद्रीय मंत्री बने Ram Mohan Naidu, नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय का मिला कार्यभार

Ram Mohan Naidu
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Prabhasakshi News Desk । Jun 15 2024 5:33PM

श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से चुने गए सांसद किंजरापु राम मोहन नायडू मोदी कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री हैं। उन्हें नागरिक एवं उड्डयन जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तेलुगु देशम पार्टी के सांसद राम मोहन नायडू की उम्र महज 36 साल है। वे लगातार तीसरी बार लोकसभा के रास्ते संसद में पहुंचे हैं।

आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से चुने गए सांसद किंजरापु राम मोहन नायडू मोदी कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री हैं। उन्हें नागरिक एवं उड्डयन जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तेलुगु देशम पार्टी के सांसद राम मोहन नायडू की उम्र महज 36 साल है। वे लगातार तीसरी बार लोकसभा के रास्ते संसद में पहुंचे हैं। 2014 में वे उसे समय 16वीं लोकसभा के दूसरे सबसे युवा सांसद थे। राम मोहन नायडू पूर्व केंद्रीय मंत्री के. येरन नायडू के पुत्र हैं तथा उन्होंने पर्ड्यू विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और लॉन्ग आइलैंड विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।

राम मोहन नायडू का जन्म 4 सितंबर 1987 को आंध्र प्रदेश के श्री कड़ाकुलम जिले में हुआ था। उनका परिवार एक प्रतिष्ठित राजनीतिक पृष्ठभूमि वाला रहा है। नायडू के पिता के. येरन नायडू आंध्र प्रदेश के प्रमुख नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से प्राप्त की इसके बाद में उच्च शिक्षा के लिए विदेश चले गए।

राम मोहन नायडू ने तब राजनीति में प्रवेश किया था और मात्र दो वर्षों में, 2014 में श्रीकाकुलम से सांसद बन गए थे। उस समय वे मात्र 26 वर्ष के थे। वे उस समय 16वीं लोकसभा में दूसरे सबसे युवा सांसद थे। टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ घनिष्ठ संबंधों ने श्री राम मोहन नायडू की राजनीति में तेजी से उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया। श्री राम मोहन नायडू ने टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में काम किया और महत्वपूर्ण समय के दौरान, जैसे कि जब श्री चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार किया गया था, तो उन्होंने दिल्ली में नारा लोकेश के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उनके संयुक्त प्रयासों ने इस तूफान को मात देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, क्योंकि वे दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में घूम रहे थे और प्रमुख नेताओं से समर्थन और एकजुटता की मांग कर रहे थे। राम मोहन नायडू विभिन्न संसदीय स्थायी समितियों के सदस्य हैं। सांसद के रूप में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें 2020 में संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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