काबुल के गुरुद्वारे में तालिबानी लड़ाकों ने की तोड़फोड़, शिअद प्रमुख बोले- तालिबान को नहीं दी जानी चाहिए मान्यता

Sukhbir Singh Badal

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की निंदा की और कहा कि भारत सरकार को इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लेकर जाना चाहिए और बताना चाहिए कि वहां पर सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमला किया जा रहा है। तालिबान को मान्यता नहीं की बात चल रही है।

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन स्थापित होने के बाद हालत बदतर होते जा रहे हैं। पिछले 10 दिनों में यह दूसरी बार है जब काबुल के गुरुद्वारे में तालिबान के लड़ाकों ने तोड़फोड़ की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तालिबान के लड़ाकों ने गुरुद्वारा दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह करता परवन के भीतर घुसकर पहले तलाशी ली और फिर तोड़फोड़ की। इसके अलावा इन लड़ाकों ने लोगों को भी डराया।

सांसद के कार्यालय की भी ली गई तलाशी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक स्थानीय व्यक्ति ने जानकारी दी कि तालिबानी लड़ाकों पहले गुरुद्वारे में घुसे और उन्होंने दावा किया कि हमने यहां पर हथियार छुपा कर रखे हुए हैं। इन लोगों ने तो हमारे सांसद नरिंदर सिंह खालसा के कार्यालय की भी तलाशी ली।

आपको बता दें कि यह कोई पहली दफा नहीं है जब तालिबान के लड़ाकों ने गुरुद्वारे में घुसकर तोड़फोड़ की हो। इससे पहले भी वो ऐसा कर चुके हैं। 5 अक्टूबर को हथियारबंद तालिबानी लड़ाकों ने गुरुद्वारे के भीतर घुसकर तोड़फोड़ की और सुरक्षा में तैनात गार्डो को भी धमकाया। इतना ही नहीं वहां पर मौजूद सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया।

वहीं शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की निंदा की और कहा कि भारत सरकार को इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लेकर जाना चाहिए और बताना चाहिए कि वहां पर सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमला किया जा रहा है। तालिबान को मान्यता नहीं की बात चल रही है। ऐसा मुल्क जहां पर अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, ऐसे लोगों को मान्यता नहीं देनी चाहिए और उन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना चाहिए।

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