ठाणे के एक स्कूल में मच्छर जनित बीमारी की शिकायतें सामने आने के बाद ऑनलाइन आयोजित की जा रहीं कक्षाएं

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स्कूल प्रबंधन के एक प्रतिनिधि ने कहा, ‘‘एहतियाती उपाय के तौर पर हमने दवाई का छिड़काव करवाया है और स्कूल परिसर में सभी खिड़कियों पर मच्छरदानी लगाई गई हैं।

महाराष्ट्र के ठाणे शहर में एक निजी स्कूल ने कई छात्रों और शिक्षकों में मच्छर जनित बीमारियों के संदिग्ध मामलों की शिकायतें सामने आने के बाद अस्थायी रूप से ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है।

स्कूल प्रबंधन ने हालांकि मंगलवार को कहा कि बड़ी संख्या में छात्रों के डेंगू से प्रभावित होने की खबरें निराधार हैं। प्रबंधन ने कहा कि ठाणे नगर निगम (टीएमसी) की ओर से किए गए स्वास्थ्य निरीक्षण में परिसर में मच्छरों के प्रजनन का कोई सबूत नहीं मिला।

प्रबंधन ने बताया कि स्कूल में नर्सरी से कक्षा 10 तक के छात्रों के लिए 18 से 28 जून तक ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। स्कूल प्रबंधन के एक प्रतिनिधि ने कहा, ‘‘एहतियाती उपाय के तौर पर हमने दवाई का छिड़काव करवाया है और स्कूल परिसर में सभी खिड़कियों पर मच्छरदानी लगाई गई हैं।”

ठाणे नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रसाद पाटिल ने बताया कि अभिभावकों की शिकायतों के बाद सोमवार को निगम की एक टीम स्कूल भेजी गई थी। उन्होंने कहा, “हमने मच्छरों के पनपने के कई संभावित स्थानों की पहचान की और उन्हें नष्ट कर दिया, जैसे कि गमले, फटे हुए टायर और पुराने फर्नीचर, जहां पानी जमा हो सकता था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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