सांसद ने शहीद के परिजनों के साथ Vidhansabha Bhawan के दरवाजे पर धरना दिया

Vidhan Sabha Bhawan
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

मीणा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने परिवारों से कई वादे किए थे जो अब तक पूरे नहीं किए गए हैं और मुख्यमंत्री भी उनसे नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग को लेकर धरना दिया। शहीद रोहिताश लांबा, हेमराज मीणा और जीतराम गुर्जर के परिजनों के साथ विधानसभा गेट पर पहुंचे मीणा वहां धरने पर बैठ गए।

भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवानों के परिजनों के साथ मंगलवार को यहां विधानसभा भवन के गेट पर धरना दिया। मीणा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने परिवारों से कई वादे किए थे जो अब तक पूरे नहीं किए गए हैं और मुख्यमंत्री भी उनसे नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग को लेकर धरना दिया। शहीद रोहिताश लांबा, हेमराज मीणा और जीतराम गुर्जर के परिजनों के साथ विधानसभा गेट पर पहुंचे मीणा वहां धरने पर बैठ गए।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शहीदों के परिजनों को मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने मीणा से सिविल लाइंस पहुंचने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। कुछ देर बाद वह और अन्य लोग विधानसभा के पास अमर जवान ज्योति पर चले गए। वहां से उन्हें शहीद स्मारक ले जाया गया जहां मीना ने फिर से शहीदों के परिजनों के साथ धरना शुरू किया। बाद में उन्हें गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव से मिलने का संदेश मिला।

मीणा ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार के मंत्रियों ने राज्य सरकार की ओर से शहीदों के परिवारों से किए वादों को पूरा नहीं किया जा रहा है जिसमें उनकी प्रतिमाएं लगाना, अनुकम्पा के आधार पर परिजनों की नियुक्ति, उनके गांवों में सड़कों का निर्माण आदि शामिल हैं। उन्होंने परिजनों द्वारा की गई मांगों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा। पत्र में परिजनों ने मुख्यमंत्री से से मांगों को पूरा करने की मांग की है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़