वर्चुअल देश किंगडम ऑफ दीक्षित का राष्ट्रीय भोजन होगा पोहा-जलेबी

इंदौर। "किंगडम ऑफ दीक्षित" के "सुल्तान सुयश दीक्षित प्रथम" इन दिनों काफी मसरूफ हैं। दुनिया भर से लोग उन्हें कॉल कर रहे हैं, ऑनलाइन सन्देश भेज रहे हैं और उनके नये-नवेले मुल्क की नागरिकता लेना चाहते हैं। "किंगडम ऑफ दीक्षित" दरसअल एक वर्चुअल मुल्क है। भारतीय कम्प्यूटर इंजीनियर सुयश दीक्षित (24) ने पखवाड़े भर पहले सोशल मीडिया पर इसके बारे में "घोषणा" की थी। इंदौर में एक आईटी फर्म चलाने वाले नौजवान ने फेसबुक पर लिखा था कि मिस्र और सूडान की सीमा पर करीब 2,060 वर्ग किलोमीटर में फैला लावारिस इलाका बीर तवील अब "किंगडम ऑफ दीक्षित" के नाम से जाना जायेगा और वह इस वर्चुअल मुल्क के नये सुल्तान होंगे।
स्वघोषित सुल्तान पांच नवंबर को इस रेगिस्तानी इलाके में खुद पहुंचकर वहां अपना "राष्ट्रीय झंडा" भी गाड़ चुके हैं। छिपकली को अपने वर्चुअल मुल्क का "राष्ट्रीय जानवर" घोषित करने के बाद अब उन्होंने तय किया है कि पोहा-जलेबी (इंदौर का मशहूर नाश्ता) इस जगह का "राष्ट्रीय व्यंजन" होगा। दीक्षित की इन "घोषणाओं" का सोशल मीडिया पर खूब मजाक भी बनाया जा रहा है। लेकिन बीर तवील के स्वघोषित सुल्तान का कहना है कि वह कुछ गंभीर योजनाओं का खाका तैयार कर रहे हैं।
दीक्षित ने कहा, "हां, मैं अच्छी तरह जानता हूँ कि मेरी घोषणाओं से जुड़ी कई बातें मजाकिया हैं। लेकिन मैं अपने वर्चुअल देश के बहाने एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करना चाहता हूं, जिस पर लोग दुनिया की बेहतरी के लिए अपने आइडिया साझा कर सकें, अपनी नवाचारी परियोजनाओं पर चर्चा कर कर सकें और स्थानीय से लेकर वैश्विक समस्याओं तक के समाधान खोज सकें।"
उन्होंने दावा किया कि अब तक उन्हें दुनिया भर के 5,000 से ज्यादा लोगों ने सन्देश भेजकर उनके वर्चुअल मुल्क की नागरिकता दिये जाने का अनुरोध किया है। कई लोगों ने उन्हें इस बारे में सुझाव भी दिये हैं कि उन्हें यह मुल्क किस तरह चलाना चाहिये।
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