आधे हिंदुस्तान में आंधी, बारिश और तूफान, अबतक 41 लोगों की मौत

Thunderstorms, lightning wreak havoc in 4 states, kill 41
[email protected] । May 14 2018 9:29AM

पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के कारण कम से कम 41 लोगों की मौत हो गयी और भारी नुकसान हुआ।

नयी दिल्ली। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के कारण कम से कम 41 लोगों की मौत हो गयी और भारी नुकसान हुआ। उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 18 लोगों की मौत हो गयी जबकि पश्चिम बंगाल में आंधी के कारण चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोग मारे गये। आंध्र प्रदेश में नौ और दिल्ली में दो लोगों के मरने की सूचना है।

दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर आयी प्रचंड आंधी के चलते बड़ी संख्या में पेड़ गिर गये जिससे सड़क, रेल एवं वायु सेवाएं प्रभावित हुयीं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडिगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, असम, मेघालय, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में छिटपुट स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि देश के कुछ हिस्सों में आंधी के चलते लोगों की मौत की सूचना से दुखी हूं। शोक संतप्त परिजन को मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। आंधी के चलते लोगों की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर पार्टी कार्यकर्ताओं से मृतकों के शोक संतप्त परिजन को हर संभव मदद करने के लिये कहा। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 18 लोगों की मौत हो गयी जबकि 28 लोग घायल हो गये।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने बताया कि कासगंज में पांच लोगों के, बुलंदशहर में तीन, गाजियाबाद और सहारनपुर में दो-दो लोगों के मरने की सूचना है। वहीं इटावा, कन्नौज, अलीगढ़, संभल और नोएडा में एक-एक व्यक्ति के मारे जाने की सूचना है। दिल्ली एवं आस पास के इलाकों में 109 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के चलते दो लोगों की मौत हो गयी और 19 लोग घायल हो गये। इसके चलते विमान, रेल और मेट्रो के परिचालन पर असर पड़ा।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विमानों का परिचालन करीब ढाई घंटे तक प्रभावित रहा। तकरीबन 70 उड़ानों का अन्य स्थानों के लिये मार्ग परिवर्तित किया गया। उन्होंने बताया कि स्थिति रात करीब नौ बजे सामान्य हुई। सूत्रों ने बताया कि काठमांडो, रियाद, कोलंबो, जेद्दा, काबुल के लिये उड़ानों में देरी हुई जबकि तोक्यो, नेवार्क और कोलंबो से आने वाले विमानों का मार्ग परिवर्तित किया गया।

दिल्ली मेट्रो में बिजली के ओवरहेड तार गिर जाने कारण वायलेट और ब्लू लाइनों पर मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुईं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ( डीएमआरसी ) के अनुसार सेवाएं पांच बजे से पांच बजकर 40 मिनट तक प्रभावित रहीं। निगम ने एक बयान में कहा कि ओखला और जसोला के बीच आंधी की वजह से एक पेड़ के ओवरहेड तार पर गिर जाने के कारण ऐसा हुआ। पांच बजकर 40 मिनट पर सेवाएं सामान्य हुई। 

उसने कहा कि इसी तरह ब्लू लाइन पर नोएडा और नोएडा सिटी सेंटर के बीच सवा छह बजे से छह बजकर पचास मिनट तक मेट्रो सेवाएं प्रभावित रहीं। इंद्रप्रस्थ और करोल बाग के बीच भी मेट्रो सेवाएं बाधित रहीं। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जी पी शर्मा ने बताया कि दिल्ली के ऊपर घने काले बादल छाये रहे। इसका असर ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पानीपत, झज्जर, रोहतक, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रहा।

पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों के मरने की सूचना है। इस दौरान बिजली गिरने से 15 लोग घायल हो गये। आंध्र प्रदेश में बिजली गिरने से नौ लोगों की मौत हो जाने की रिपोर्ट है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़