हिजबुल कमांडर रियाज नाइकू सहित कश्मीर में दो आतंकी ढेर, सिर पर था 12 लाख का ईनाम

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अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज नायकू को पुलवामा के बेगपुरा गांव में घेर लिया गया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने सुबह बताया था कि मुठभेड़ में एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर के साथ उसके साथी को घेर लिया गया है लेकिन उन्होंने उसकी पहचान नहीं बताई थी।

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने बुधवार को हिज्बुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष कमांडर को घेर लिया जिसकी आठ वर्षों से तलाश थी। इसके चलते अधिकारियों को घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ीं। पुलिस ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य गांव में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए जिनकी अभी पहचान नहीं की जा सकी है। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं और लोगों की आवाजाही पर सख्त पाबंदियां लगा दी गई है।

अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज नायकू को पुलवामा के बेगपुरा गांव में घेर लिया गया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने सुबह बताया था कि मुठभेड़ में एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर के साथ उसके साथी को घेर लिया गया है लेकिन उन्होंने उसकी पहचान नहीं बताई थी। बाद में अधिकारियों ने बताया कि यह नायकू है जिस पर 12 लाख रुपये का इनाम है। वे आठ वर्षों से इसकी तलाश कर रहे थे। जुलाई 2016 में घाटी में आतंकवाद का चेहरा रहे बुरहान वानी की मौत के बाद नायकू आतंकवादी समूह का प्रमुख बन गया।

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नायकू दक्षिण कश्मीर के शोपियां में तीन बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो चुका है। विस्तृत जानकारी देने से इनकार करते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने गांव में नायकू के मौजूद होने की सूचना मिलने के बाद उसे पकड़ने के लिए एक योजना बनाई और वह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस बार वह भाग न पाए। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के बाद जानकारियां साझा की जाएगी। वहीं शारशाली गांव में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए जिनकी अभी पहचान नहीं की जा सकी है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान उस समय मुठभेड़ में तब्दील हो गया जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलानी शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए।

कौन था आतंकी रियाज नायकू

  • रियाज नायकू पर 12 लाख का इनाम था। 
  • हिजबुल में शामिल होने से पहले गणित का टीचर था।
  • बुरहान वानी के मारे जाने के बाद नायकू तेजी से उभरा।
  • सद्दाम पोद्दार के मारे जाने बाद उसे संगठन का कमांडर बनाया गया था।
  • रियाज नायकू को उसके पैतृक गांव, पुलवामा जिले के बेगपोरा में सुरक्षाबलों ने मार गिराया। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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