किसानों ने नोएडा-दिल्ली मार्ग पर चिल्ला बॉर्डर को किया अवरुद्ध, पुलिस अधिकारी रास्ता खुलवाने का कर रहे प्रयास

Chilla Border

किसानों द्वारा चिल्ला बॉर्डर को दोबारा जाम करने के बाद लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। यातायात को डीएनडी की तरफ मोड़ दिया गया।

नोएडा। नए कृषि कानूनों के विरोध में चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (भानु) के नेताओं ने बुधवार को फिर से नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। भाकियू (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘जब तक केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती और किसान आयोग का गठन नहीं करती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि पांच दिनों तक चिल्ला बॉर्डर खुला रहा, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से किसान आयोग बनाने की कोई पहल नहीं की गई। किसानों द्वारा चिल्ला बॉर्डर को दोबारा जाम करने के बाद लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। यातायात को डीएनडी की तरफ मोड़ दिया गया। 

इसे भी पढ़ें: किसान आंदोलन: सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस, समिति बनाने के दिए संकेत 

पुलिस के अधिकारी किसान नेताओं को रास्ता खोलने के लिए समझा रहे हैं, लेकिन किसान नेता मानने को तैयार नहीं है। भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के नेताओं द्वारा चिल्ला बार्डर के रास्ते दिल्ली कूच की घोषणा के बाद गौतम बुद्ध नगर पुलिस रात से ही हरकत में आ गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भाकियू के कुछ नेताओं और पदाधिकारियों को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया। पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल पर अवरोधक लगा दिये हैं तथा जो भी किसान दिल्ली जाने के लिए जेवर के रास्ते आ रहे हैं, उन्हें लौटाया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के सहायक पुलिस आयुक्त अब्दुल कादिर ने बताया, ‘‘किसान नेताओं ने चिल्ला बॉर्डर पर जाने का एलान किया था, जिसके मद्देनजर कुछ नेताओं को नजरबंद किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़