ट्रेन उपद्रव वीडियो : महिला ने आरपीएफ की कार्रवाई में देरी को उजागर करने की दी दलील

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आरपीएफ ने एक बयान में स्वीकार किया कि ट्रेन (झालावाड़ सिटी से श्री गंगानगर एक्सप्रेस) में कोई जवान तैनात नहीं था। हालांकि, अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की पदाधिकारी द्वारा वीडियो पोस्ट किये जाने पर उसने नाराजगी व्यक्त की।

राजस्थान में आम आदमी पार्टी के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष गायत्री बिश्नोई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी शिकायत पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की ओर से विलंब से की गयी कार्रवाई को उजागर करने के लिए ट्रेन में उपद्रव कर रहे तीन लोगों का एक वीडियो उन्होंने ऑनलाइन पोस्ट किया।

गायत्री बिश्नोई की प्रतिक्रिया तब आई जब आरपीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ की गई त्वरित कार्रवाई के बाद वीडियो पोस्ट किया था।

गायत्री बिश्नोई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि यह मामला बाद में रफा-दफा न हो। मेरा उद्देश्य इस बारे में जागरुकता पैदा करना था कि आरपीएफ की ओर से देर से की गई कार्रवाई ने ट्रेन में यात्रा करने वाली कई महिला यात्रियों को कैसे असुरक्षित और अजीब स्थिति में डाल दिया। साथ ही मैं लोगों को यह बताना चाहती थी कि कई ट्रेन में एक भी आरपीएफ जवान नहीं होता है। ’’

आरपीएफ ने एक बयान में स्वीकार किया कि ट्रेन (झालावाड़ सिटी से श्री गंगानगर एक्सप्रेस) में कोई जवान तैनात नहीं था। हालांकि, अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की पदाधिकारी द्वारा वीडियो पोस्ट किये जाने पर उसने नाराजगी व्यक्त की।

विवाद तब खड़ा हुआ जब बिश्नोई ने ट्रेन में यात्रा करते समय 20 नवंबर को तड़के दो बजकर 14 मिनट पर एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया। गायत्री ने वीडियो में आरोप लगाया कि वह वातानुकूलित कोच की द्वितीय श्रेणी में जयपुर से श्री गंगानगर तक यात्रा कर रही थी जब उन्होंने देखा कि तीन लोग शराब पी रहे थे, एक-दूसरे को तथा अन्य यात्रियों को गाली दे रहे थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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