Manipur के आदिवासी संगठन ने पुलिसकर्मियों का तबादला रोकने के लिए गृह मंत्री से हस्तक्षेप की मांग की

Manipur Police
प्रतिरूप फोटो
Prabhasakshi

इसी माह की 14 तारीख को जारी आदेश में 177 पुलिसकर्मियों को उनके वर्तमान थाने से अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया। जिन पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया गया है, उनमें ज्यादातर हवलदार रैंक के हैं।

मणिपुर के माजीपुर में एक आदिवासी संगठन ने राज्य के कुकी पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण मेइती बहुल इलाकों में करने के आदेश को रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने की मांग की।

शाह को शुक्रवार को लिखे पत्र में, चुराचांदपुर जिला की ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) ने हाल ही में पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण के आदेशों को ‘‘अस्वीकार्य’’ करार दिया।

आईटीएलएफ ने दावा किया कि ड्यूटी संभालने की कोशिश कर रहे तीन आदिवासी सुरक्षाकर्मियों को मोइरांग में भीड़ ने रोक लिया और उनके साथ मारपीट भी की गई जिसके बाद केंद्रीय सुरक्षा बलों ने उन्हें बचाया।

बयान में कहा, ‘‘ यही कारण है कि मणिपुर के पुलिस महानिदेशक का हालिया आदेश... जिसमें सौ से अधिक कुकी-जो आदिवासी पुलिसकर्मियों को मेइती बहुल इलाकों में तत्काल स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है। वह अस्वीकार्य है।’’

यह भी दावा किया गया कि यह आदेश कुकी-जो पुलिस कर्मियों को निशाना बनाने के लिए ‘‘सांप्रदायिक राज्य सरकार’’ की एक चाल है। आईटीएलएफ ने शाह से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और आदेश पर रोक लगाने का आग्रह किया है।

इसी माह की 14 तारीख को जारी आदेश में 177 पुलिसकर्मियों को उनके वर्तमान थाने से अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया। जिन पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया गया है, उनमें ज्यादातर हवलदार रैंक के हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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