युद्धस्तर पर कार्य कर रही है UP सरकार, आगे से नेतृत्व कर रहे हैं मुख्यमंत्री योगी

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राज्य सरकार के एक अधिकारी ने से कहा, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फ्रंट से लीड (आगे से नेतृत्व) कर रहे हैं और सभी इंतजामों का निजी स्तर पर जायजा ले रहे हैं और लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वह लगातार आला अधिकारियों के साथ रोज बैठक कर रहे हैं और आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।

लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर देश भर में किए गए लॉकडाउन के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश सरकार सभी मोर्चों पर युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। इनमें स्वास्थ्य से लेकर लोगों को आवश्यक वस्तुएं मुहैया कराने, दवा की व्यवस्था करना, दूध और पानी का प्रबंध करना तथा जगह-जगह फंसे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाना शामिल है। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने से कहा, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फ्रंट से लीड (आगे से नेतृत्व) कर रहे हैं और सभी इंतजामों का निजी स्तर पर जायजा ले रहे हैं और लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वह लगातार आला अधिकारियों के साथ रोज बैठक कर रहे हैं और आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और अन्य सार्वजनिक जगहों पर रह रहे लोगों के लिए भविष्य में भोजन और पीने के पानी का प्रबंध युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए हैं। वह स्वयं तमाम कम्युनिटी किचन में जाकर भोजन के प्रबंध का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं, जनता की सुविधा की दृष्टि से तथा राज्य के बाहर निवास करने वाले प्रदेश वासियों के लिए 11 कमेटियों का गठन किया गया है।कोरोना वायरस की जांच के लिए आठ टेस्टिंग लैब क्रियाशील हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की सुविधाएं प्रदेशवासियों को सुलभ कराने के लिए संबंधित विभाग तुरंत तैयारी प्रारंभ करें। अधिकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन अवधि में किसानों की सुविधा के लिए बीज, उर्वरक, कृषि रक्षा रसायनो की दुकानों को खुला रखने के आदेश दिया है। 

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जिला प्रशासन को हार्वेस्टर के लिए स्थानीय स्तर पर पास जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए 11000 अतिरिक्त पृथक बेड का इंतजाम किया है। अधिकारी ने बताया कि आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली औद्योगिक इकाइयों के निर्बाध संचालन के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप नोएडा तथा गाजियाबाद में लाकडाउन के कारण बंद पड़े मास्क व सेनिटाइजर बनाने वाले कारखाने चालू कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लखनऊ एवं कानपुर में मास्क व सैनीटाइजर बनाने वाली इकाइयों को भी शुरू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने डिस्टिलरियों से अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर बनाने के लिए कहा है। उम्मीद है कि पांच से छह डिस्टिलिरियां इसे तैयार करेंगी। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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