सियासी हलचल के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने की भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात
रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 75 में से 57 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। रावत राज्य में भाजपा के पांचवें मुख्यमंत्री हैं।
राज्य के कोर समूह के नेताओं की बैठक ऐसे समय बुलाई गई थी, जब प्रदेश की नई बनी ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र चल रहा था। बैठक की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री रावत को तुरंत गैरसैंण से वापस देहरादून आना पड़ा। आनन-फानन में बजट पारित करा कर सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया और भाजपा विधायकों को भी तत्काल गैरसैंण से देहरादून बुला लिया गया। दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कोर ग्रुप की बैठक में राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, टिहरी से लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह,पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित राज्य संगठन के भी कई नेता मौजूद रहे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि रमन सिंह ने कोर ग्रुप की बैठक में मौजूद हर सदस्य से अलग-अलग बातचीत की। बाद में सिंह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास भी गए, जहां करीब 40 पार्टी विधायक मौजूद थे। कोर ग्रुप की बैठक के बाद सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय भी गए।Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat leaves from the residence of BJP national president JP Nadda. pic.twitter.com/tRPtCQHd1e
— ANI (@ANI) March 8, 2021
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सूत्रों के मुताबिक सिंह और गौतम ने राज्य से लौटने के बाद प्रदेश नेताओं से हुई रायशुमारी के संबंध में नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। पार्टी नेतृत्व ने उत्तराखंड में घटनाक्रम के संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, गौतम ने कहा था कि सिंह और वह प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 70 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करने के लिए राज्य गए थे। प्रदेश के एक धड़े के नेताओं के रावत के नेतृत्व से नाराज होने की खबरें आयी हैं और उनका मानना है कि रावत के नेतृत्व में पार्टी का भविष्य ठीक नहीं दिख रहा। रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 75 में से 57 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। रावत राज्य में भाजपा के पांचवें मुख्यमंत्री हैं।
मंगलवार को विधायक दल की बैठक की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है: भाजपा उत्तराखंड इकाई
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की बढ़ती अटकलों के बीच प्रदेश भाजपा ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को यहां पार्टी विधायक दल की कोई भी बैठक होने की औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने पीटीआई-से कहा, ‘‘जहां तक मेरी जानकारी है उसके हिसाब से कल यहां पार्टी विधायक दल की किसी भी बैठक की अबतक औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है।’’ लेकिन जब उनसे यह सवाल किया गया कि जैसा कि राजनीतिक मोर्चे पर अचानक बदलते घटनाक्रम से संकेत मिल रहे हैं, उसके हिसाब से उत्तराखंड में कोई बड़ा बदलाव तो नहीं होने जा रहा है, तो उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं।’’ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को यहां पहुंचे और भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की। दरअसल ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा राज्य में राजनीतिक बदलाव पर विचार कर रही है। समझा जाता है कि दो केंद्रीय नेताओं-- भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने उत्तराखंड से वापस लाने पर पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। ये दोनों नेता प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप के नेताओं से बातचीत करने उत्तराखंड आये थे।
Wrong impression is being cast that there is unhappiness over CM or state govt...CM will return to Dehradun tomorrow. Trivendra Singh Rawat continues to be the CM as we speak...No official meeting of legislature party meet has been called: Munna Singh Chauhan, Uttarakhand BJP MLA pic.twitter.com/DdI0zzvMAu
— ANI (@ANI) March 8, 2021
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