फरीदाबाद में छिपा था विकास दुबे, पुलिस की छापेमारी से पहले ही भाग गया
प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह विकास दुबे के साथ बिखरू गांव में पुलिस पर गोलीबारी करने में शामिल था। उनके अनुसार, आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने बताया कि विकास दुबे और उसने पुलिस पर हमला किया और घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल तथा कारतूस छीन कर फरार हो गए थे।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार की शाम, अपराध शाखा, फरीदाबाद को गुप्त सूचना मिली कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे के कुछ सहयोगी हथियार सहित नहर पार एरिया के हरि नगर स्थित न्यू इंदिरा नगर कॉम्प्लेक्स में छिपे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्रर ओ.पी. सिंह ने डीसीपी (अपराध) मकसूद अहमद को आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए। अहमद की अगुवाई में एसीपी (अपराध) अनिल यादव ने तीन टीमों के साथ नहर पार एरिया में छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान छिपे बदमाशों ने पुलिस पर गोलीबारी कर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपी कार्तिकेय उर्फ प्रभात,अंकुर और श्रवण हैं। डीसीपी (अपराध) मकसूद अहमद ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस पर गोलीबारी करने, अवैध हथियार रखने सहित आईपीसी की संबंधित धाराओं के अंतर्गत थाना खेड़ी पुल में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अपराधी प्रभात उर्फ कार्तिकेय को आरोपी अंकुर और उसके पिता श्रवण ने अपने घर में पनाह दी थी। पूछताछ में कार्तिकेय ने बताया कि उसने और कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने, विकास की रिश्तेदार शांति मिश्रा के घर में पनाह ली थी। सूत्रों के अनुसार, विकास दुबे पुलिस के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था।Kanpur: Police and Special Task Force personnel carry out a search operation in Bikru village in connection with the killing of 8 policemen on July 3. The policemen were attacked when they went to the village to arrest criminal Vikas Dubey. pic.twitter.com/O208SRx4ve
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2020
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प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह विकास दुबे के साथ बिखरू गांव में पुलिस पर गोलीबारी करने में शामिल था। उनके अनुसार, आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने बताया कि विकास दुबे और उसने पुलिस पर हमला किया और घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल तथा कारतूस छीन कर फरार हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि प्रभात उर्फ कार्तिकेय के अनुसार, फरार होने के बाद दो दिन तक वे लोग दो दिन तक दोस्त के घर शिवली (उप्र) में रहे थे। उसने पुलिस पर हमला करने वाले एक अन्य मुख्य आरोपी अमर दुबे के, उप्र के हमीरपुर में होने की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि श्रवण और अंकुर पिता-पुत्र हैं और उनके खिलाफ खेरी पुल थाने में मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर , बदमाशों को आश्रय देने के आरोप में जेल भेज दिया गया है। विकास दुबे के मुख्य सहयोगी, आरोपी कार्तिकेय को अदालत ने उप्र पुलिस की मांग पर ट्रांजिट रिमांड पर उप्र एसटीएफ के सुपुर्द किया है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपी के कब्जे से उप्र पुलिसकर्मियों से छीनी हुई 2 पिस्टल 9एमएम और 2 देसी पिस्टल 9एमएम सहित 44 कारतूस, एक खाली खोल, एक पिट्ठू बैग और 3000रुपये बरामद हुए हैं। उल्लेखनीय है कि विकास दुबे गत दो-तीन जुलाई की मध्यरात्रि को कानपुर के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या किए जाने संबंधी मामले का मुख्य आरोपी है।
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