ग़रीबों में क्यों नहीं बांटा जा रहा मंदिरों का सोना-चांदी? Waqf Bill पर भड़गे मौलाना जवाद नकवी

Maulana Jawad Naqvi
ANI
अंकित सिंह । Mar 11 2025 6:19PM

नकवी ने आगे कहा कि दूसरी बात यह है कि आप वक़्फ़ के लिए कह रहे हैं कि इससे ग़रीबों को फ़ायदा होगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि 5 लाख से ज़्यादा मंदिर हैं और मंदिरों में हज़ारों टन सोना-चाँदी है।

प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इसने अपने विचार-विमर्श में त्रुटिपूर्ण प्रक्रिया अपनाई है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, धर्मगुरु ने कहा कि सभी वक़्फ़ संपत्तियाँ सार्वजनिक संपत्ति हैं क्योंकि जनता ने उन्हें अच्छे कामों के लिए दान किया है। वक़्फ़ बोर्ड सिर्फ़ चौकीदार है, मालिक नहीं। जैसे केंद्र सरकार भारत की चौकीदार है, मालिक नहीं। आप कश्मीर का नियंत्रण किसी और को, पाकिस्तान को नहीं दे सकते क्योंकि सरकार देश की मालिक नहीं बल्कि चौकीदार है। 

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नकवी ने आगे कहा कि दूसरी बात यह है कि आप वक़्फ़ के लिए कह रहे हैं कि इससे ग़रीबों को फ़ायदा होगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि 5 लाख से ज़्यादा मंदिर हैं और मंदिरों में हज़ारों टन सोना-चाँदी है। इसे ग़रीबों में क्यों नहीं बांटा जा रहा? इन मंदिरों में इतना सोना है कि अगर इसे बाँट दिया जाए तो हर ग़रीब हिंदू अमीर बन जाएगा। दूसरी बात ये कि अगर ये सोना वापस रिजर्व बैंक में चला जाए तो डॉलर 20 रुपये पर आ जाएगा और महंगाई खत्म हो जाएगी। 

उन्होंने आगे कहा कि आप मुसलमानों को नुकसान पहुंचाकर हिंदुओं को खुश करना चाहते हैं जबकि यह सिर्फ आपका भ्रम है क्योंकि हिंदू और मुसलमान एक दूसरे को नुकसान पहुंचाकर कभी खुश नहीं रह सकते। आप अपनी गलत नीतियों से उनके बीच के प्यार को नहीं तोड़ सकते इसलिए प्यार बना रहेगा और जिस तरह से आप हारे हैं, अगर आप नफरत फैलाएंगे और सबका साथ सबका विकास का नारा वापस लेंगे तो आप पिछली बार से भी ज्यादा बुरी तरह हारेंगे। 

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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने कहा कि हम मानते हैं कि हमने जो कुछ भी सार्वजनिक रूप से कहा है, सरकार के सामने, जेपीसी के सामने, विपक्षी दलों के सामने और सत्ताधारी दल के सामने भी। हमें विश्वास है कि सद्बुद्धि आएगी और सरकार इस संशोधन को वापस लेगी। लेकिन अगर संशोधन वापस नहीं लिया गया और इसे पारित कर दिया गया तो हम इसके खिलाफ पूरे देश में अभियान चलाएंगे। हमारा अभियान पूरी तरह लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण होगा।

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