हरियाणा DGP और रोहतक एसपी की होगी छुट्टी? मुख्यमंत्री आवास पर हाईलेवल मीटिंग

Haryana
@NayabSainiBJP
अभिनय आकाश । Oct 9 2025 6:26PM

शिकायत में नामित एसपी रोहतक नरेंद्र विजारनिया का भी तबादला किया जाएगा। अमनीत पी कुमार की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तबादलों के दबाव के कारण आत्महत्या की गई। उन्होंने कहा कि "क्षेत्रों से संबंधित तबादलों को लेकर इतना दबाव बनाया गया था... कि इसने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया।

हरियाणा सरकार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद राज्य पुलिस प्रमुख डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजने पर विचार कर रही है। 7 अक्टूबर को एडीजीपी वाई पूरन कुमार अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर मृत पाए गए थे। एक नए कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति की उम्मीद है और एडीजीपी की पत्नी की शिकायत में नामित एसपी रोहतक नरेंद्र विजारनिया का भी तबादला किया जाएगा। अमनीत पी कुमार की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तबादलों के दबाव के कारण आत्महत्या की गई। उन्होंने कहा कि "क्षेत्रों से संबंधित तबादलों को लेकर इतना दबाव बनाया गया था... कि इसने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया। 

इसे भी पढ़ें: मृतक IPS की पत्नी ने हरियाणा के CM से की मुलाकात, नामित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग

सीएम  सैनी ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी की पत्नी से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अमनीत कुमार को उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। अमनीत कुमार हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव हैं। वह भी सैनी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में जापान में थीं। पति के निधन की खबर मिलने पर वह बुधवार को भारत लौट आईं। अमनीत कुमार ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने तत्काल एफआईआर दर्ज करने, पूरन कुमार के सुसाइड नोट और बाद में पुलिस को सौंपी गई शिकायत में उल्लिखित आरोपियों को निलंबित करने और गिरफ्तार करने, तथा परिवार को आजीवन सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है, क्योंकि इस मामले में हरियाणा के शक्तिशाली, उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हैं।

इसे भी पढ़ें: Haryana IPS Officer Commits Suicide | IPS की खुदकुशी पर पत्नी का दावा- आला अधिकारियों ने पति को प्रताड़ित करके मारा, सुसाइड नोट में बड़े अफसरों पर गंभीर आरोप

यह अत्यंत दुखद है कि स्पष्ट एवं विस्तृत सुसाइड नोट तथा औपचारिक शिकायत के बावजूद आज तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से उन व्यक्तियों के नाम हैं जो उत्पीड़न, अपमान और मानसिक यातना का माहौल बनाने के लिए जिम्मेदार हैं, जिसके कारण यह दुखद कृत्य हुआ। उन्होंने ज्ञापन में कहा है, यह नोट मृत्यु पूर्व बयान है और इसे तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग करने वाले महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में लिया जाना चाहिए।

All the updates here:

अन्य न्यूज़