संकट में दुनिया का हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन कहां जाएगा? योगी बोले- भारत उन्हें दोनो हाथ फैलाकर अपना रहा
योगी ने कहा कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान से जो हिंदू और सिख प्रताणित और अपमानित थे जिनको कोई देश अपना नहीं मानता था। मोदी जी ने कहा कि ये सब हमारे हैं। कानून बनाकर उन सबको भारत की नागरिकता दे दी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान दिया है। योगी का यह बयान आने वाले विधासभा चुनाव से पहले काफी मायने रखता है। दरअसल, योगी ने सीएए के संदर्भ में कहा कि आज भारत कानून बनाकर दुनिया में संकट में फंसे हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों को नागरिकता दे रहा है। ANI के मुताबिक योगी ने कहा कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान से जो हिंदू और सिख प्रताणित और अपमानित थे जिनको कोई देश अपना नहीं मानता था। मोदी जी ने कहा कि ये सब हमारे हैं। कानून बनाकर उन सबको भारत की नागरिकता दे दी।
इसके आगे योगी ने कहा कि दुनिया का हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन कहां जाएगा। जब संकट आएगा तो उन्हें भारत की तरफ ही देखना होगा। भारत उन्हें आज दोनो हाथ फैलाकर अपना रहा है। जब कानून बना तो तमाम लोगों ने विरोध किया लेकिन कानून लागू किया गया। क्या ये पहले की सरकारें कर पातीं। हिम्मत नहीं थी। इसी कार्यक्रम में योगी ने कहा कि मैं हाल ही में एक आदमी से मिला जो अमेरिका में रहता है। मुलाकात के दौरान उन्होंने पीने से पहले एक छोटी बोतल से दो बूंद पानी में डाल दी। पूछताछ करने पर उसने कहा कि यह तुलसी का पानी है जो वह अमेरिका से लाया था। उन्होंने मुझे बताया कि तुलसी ने COVID के बाद अमेरिका में लोकप्रियता हासिल की है।दुनिया का हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन कहां जाएगा। जब संकट आएगा तो उन्हें भारत की तरफ ही देखना होगा। भारत उन्हें आज दोनो हाथ फैलाकर अपना रहा है। जब कानून बना तो तमाम लोगों ने विरोध किया लेकिन कानून लागू किया गया। क्या ये पहले की सरकारें कर पातीं। हिम्मत नहीं थी: योगी आदित्यनाथ https://t.co/zJbkfwM3M6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2021
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इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी धार्मिक संस्थाओं से आह्वान किया था कि वे गोरक्षा, संस्कृत व संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आएं और इसमें सरकार पूरा सहयोग करेगी। साथ ही कहा कि गोरक्षा केवल भाषणों से नहीं बल्कि श्रद्धा और व्यवस्था से जुड़ने से होगी। उन्होंने भारत और भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए हर देशवासी को तैयार रहने का भी संदेश दिया। गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, हर धार्मिक पीठ संस्कृत विद्यालय खोले, सरकार इसमें हर संभव सहयोग करेगी।
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