योगी के मंत्री ने अब 'बुर्के' पर उठाया सवाल तो सपा नेता ने कहा- घूंघट पर भी लगाओ प्रतिबंध

 Anand Swaroop Shukla

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि बुर्का अमानवीय प्रथा है। कई मुस्लिम देशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है। जिस प्रकार हमने तीन तलाक को खत्म किया है उसी तर्ज पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाएंगे।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने अजान के बाद अब 'बुर्के' को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई। जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। दरअसल, शुक्ला ने बुर्के को अमानवीय व्यवहार और कुप्रथा करार दिया है। 

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अंग्रेजी समाचार पत्र 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि बुर्का अमानवीय प्रथा है। कई मुस्लिम देशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है। जिस प्रकार हमने तीन तलाक को खत्म किया है उसी तर्ज पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्के से भी मुक्ति दिलाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि विकसित सोच वाले व्यक्ति न तो बुर्का पहनते है और न ही इसको बढ़ावा देते हैं।

घूंघट पर भी लगे प्रतिबंध

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आनंद स्वरूप शुक्ला की टिप्पणी का मुस्लिम महिलाओं ने पुरजोर विरोध किया। वहीं समाजवादी पार्टी नेता सुमैया राणा ने तो घूंघट पर ही सवाल खड़ा कर दिया और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा फटी जींस पर दिए गए बयान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि भाजपा दोमुहा सांप है। उन्हें जींस और बुर्के दोनों से ही आपत्ति है। सिर्फ बुर्का पर प्रतिबंध लगाने की क्यों बात कर रहे हैं, घूंघट पर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए। 

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पहले अजान को लेकर दिया था बयान

आनंद स्वरूप शुक्ला ने बुर्के से पहले मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर होने वाली अजान को लेकर एतराज जताते हुए बलिया के जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कार्रवाई करने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में अपने क्षेत्र की एक मस्जिद का उल्लेख करते हुए कहा कि तड़के सुबह अजान शुरू हो जाती है। जिसकी वजह से पूजा-पाठ, योग ध्यान और शासकीय कार्यों में दिक्कत होती है।

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