खुद के सपनों को देश के सपने से जोड़ने के लिये मतदान अवश्य करें युवा: मोदी

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[email protected] । Jan 27 2019 1:36PM

बच्चों के लिए आसमान और सितारे हमेशा बड़े आकर्षक होते हैं। हमारा अंतरिक्ष अभियान बच्चों को बड़ा सोचने और उन सीमाओं से आगे बढ़ने का अवसर देता है, जो अब तक असंभव माने जाते थे।”

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि 21वीं सदी में जन्मे युवा देश में निर्णय प्रक्रिया के हिस्सेदार बनने जा रहे हैं क्योंकि उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में, पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन युवाओं को ख़ुद के सपने देश के सपनों के साथ जोड़ने के लिये मतदान अवश्य करना चाहिए। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ इस साल हमारे देश में लोकसभा के चुनाव होंगे। यह पहला अवसर होगा जब 21वीं सदी में जन्मे युवा लोकसभा चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। उनके लिए देश की ज़िम्मेदारी अपने कन्धों पर लेने का अवसर आ गया है।

मोदी ने कहा कि अब वे (युवा) देश में निर्णय प्रक्रिया के हिस्सेदार बनने जा रहे हैं। ख़ुद के सपनों को, देश के सपनों के साथ जोड़ने का समय आ चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं युवा-पीढ़ी से आग्रह करता हूँ कि अगर वे मतदान करने के लिए पात्र हैं तो मतदाता के रूप में अपना पंजीकरण अवश्य करवाएँ। हम में से प्रत्येक को अहसास होना चाहिए कि देश में मतदाता बनना, मत के अधिकार को प्राप्त करना, वो जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। साथ-साथ मतदान करना ये मेरा कर्त्तव्य है - ये भाव हमारे भीतर पनपना चाहिये।’’ प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि,“देश आज़ाद होने से लेकर 2014 तक जितने अंतरिक्ष अभियान हुए हैं, लगभग उतने ही अंतरिक्ष अभियान की शुरुआत बीते चार वर्षों में हुई हैं। बच्चों के लिए आसमान और सितारे हमेशा बड़े आकर्षक होते हैं। हमारा अंतरिक्ष अभियान बच्चों को बड़ा सोचने और उन सीमाओं से आगे बढ़ने का अवसर देता है, जो अब तक असंभव माने जाते थे।” 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘भारत की इस महान धरती ने कई महापुरुषों को जन्म दिया है और उन महापुरुषों ने मानवता के लिए कुछ अद्भुत, अविस्मरणीय कार्य किए हैं। हमारा देश बहुरत्ना-वसुंधरा है। ऐसे महापुरुषों में से एक थे - नेताजी सुभाष चन्द्र बोस।” उन्होंने इस संदर्भ में नेताजी की जयन्ती पर भारत की आजादी के संघर्ष में अपना योगदान देने वाले वीरों को समर्पित एक संग्रहालय का उद्घाटन करने का जिक्र किया। मन की बात की शुरुआत मोदी ने सिद्धगंगा मठ के महंत शिवकुमार स्वामीजी को श्रद्धांजलि देकर की। खेलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब हमारे खेल का इको सिस्टम मजबूत होगा यानी जब हमारा आधार मजबूत होगा तब ही हमारे युवा देश और दुनिया भर में अपनी क्षमता का सर्वोत्तम प्रदर्शन कर पाएंगे।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में संविधान लागू हुआ और उस दिन देश गणतंत्र बना और कल ही हमने आन-बान-शान के साथ गणतंत्र दिवस भी मनाया। उन्होंने चुनाव आयोग के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि भारत में जिस स्तर पर चुनाव का आयोजन होता है उसे देखकर दुनिया के लोगों को आश्चर्य होता है और हमारा चुनाव आयोग जिस बखूबी से इसका आयोजन करता है इसे देखकर प्रत्येक देशवासी को चुनाव आयोग पर गर्व होना स्वाभाविक है। हमारे देश में यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है कि भारत का प्रत्येक नागरिक, जो एक पंजीकृत मतदाता है- उसे मतदान करने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि जब हम सुनते हैं कि हिमाचल प्रदेश में समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊँचाई वाले क्षेत्र में भी मतदान केंद्र स्थापित किया जाता है, तो अंडमान और निकोबार के द्वीप समूह में दूर-दराज के द्वीपों में भी वोटिंग की व्यवस्था की जाती है। वहीं गुजरात में गिर के जंगल में, एक सुदूर क्षेत्र में, एक पोलिंग बूथ, जहां सिर्फ केवल 1 मतदाता है..उनके लिये भी मतदान की व्यवस्था आयोग करता है।

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